Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 04 Feb, 2025 12:17 PM
हाल ही में डेनमार्क के दक्षिणपंथी नेता और विवादास्पद कार्यकर्ता रासमस पालुदन ने स्टॉकहोम में गोली मारकर मारे गए सलवान मोमिका को कुरान जलाकर श्रद्धांजलि दी है। 2023 में, सलवान मोमिका ने एक मस्जिद के सामने कुरान की प्रतियां जलाकर दुनिया भर में...
इंटरनेशनल डेस्क: हाल ही में डेनमार्क के दक्षिणपंथी नेता और विवादास्पद कार्यकर्ता रासमस पालुदन ने स्टॉकहोम में गोली मारकर मारे गए सलवान मोमिका को कुरान जलाकर श्रद्धांजलि दी है। 2023 में, सलवान मोमिका ने एक मस्जिद के सामने कुरान की प्रतियां जलाकर दुनिया भर में आलोचनाओं का सामना किया था। अब पालुदन ने उसी तरह कुरान जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उनके इस कृत्य ने एक बार फिर धार्मिक और राजनीतिक विवादों को जन्म दिया है।
Rasmus Paludan का विवादित कृत्य
रासमस पालुदन ने 1 फरवरी 2025 को डेनमार्क के कोपेनहेगन में तुर्की दूतावास के सामने कुरान की प्रतियां जलाईं और सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी पोस्ट किया। इस वीडियो में उन्होंने कहा, "यह सलवान मोमिका और उनकी इस्लाम की आलोचना के प्रति श्रद्धांजलि है।" उनका यह कदम मुस्लिम समुदाय और डेनमार्क की सुरक्षा सेवा (PET) के लिए नया विवाद बन गया है। डेनमार्क में इससे पहले सार्वजनिक रूप से कुरान जलाने पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून भी बनाए गए थे, लेकिन पालुदन ने इन्हें नजरअंदाज कर दिया।
रासमस पालुदन, जो कि डेनमार्क-स्वीडन के दक्षिणपंथी नेता हैं, ने 2017 में 'स्टैम कुर्स' नामक एक राजनीतिक पार्टी बनाई थी। हालांकि, उनकी पार्टी को चुनावों में सफलता नहीं मिली। वह अक्सर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ अपनी कठोर राय व्यक्त करते रहे हैं और प्रवासियों के निर्वासन की वकालत करते रहे हैं। उनके इस्लाम विरोधी बयान और कुरान जलाने की घटनाएं उनके राजनीतिक और सामाजिक जीवन का हिस्सा बन चुकी हैं। पालुदन का कहना है कि उनका विरोध मुसलमानों के खिलाफ नहीं बल्कि इस्लाम के खिलाफ है। हालांकि, उनकी गतिविधियों को लेकर उनके खिलाफ कई देशों में कानूनी कार्रवाई भी हो चुकी है। स्वीडन और बेल्जियम जैसे देशों ने उन्हें प्रवेश पर रोक लगा दी थी, जबकि स्वीडन में नवंबर 2024 में उन्हें मुस्लिम विरोधी आंदोलन के कारण चार महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी।
Salwan Momika की हत्या
सलवान मोमिका, जो कि एक पाकिस्तानी नागरिक थे, ने 2023 में स्वीडन में एक मस्जिद के बाहर कुरान की प्रतियां जलाकर मुस्लिम समुदाय को आहत किया था। इसके बाद से उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। 29 जनवरी, 2025 को उनकी हत्या कर दी गई। अब रासमस पालुदन ने उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कुरान जलाया, जिस पर कई देशों ने अपनी नाखुशी जताई है।