Edited By Tanuja,Updated: 26 Oct, 2024 01:38 PM
इजरायल ने ईरान में 20 मिसाइल और ड्रोन सुविधाओं पर हमले के लिए 100 जेट्स का इस्तेमाल किया। यह 'ऑपरेशन डेज़ ऑफ रिपेंटेंस'...
International Desk: इजरायल ने ईरान में 20 मिसाइल और ड्रोन सुविधाओं पर हमले के लिए 100 जेट्स का इस्तेमाल किया। यह 'ऑपरेशन डेज़ ऑफ रिपेंटेंस' यानि ('पश्चताप का दिन' अभियान) का हिस्सा था। यह हमले ईरान की तरफ से इजरायल की ओर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च करने के कुछ दिन बाद हुए थे।इन हमलों में इजरायल ने अपने अत्याधुनिक फाइटर जेट्स, जैसे F-35 अदीर, F-15I रअम और F-16I सुफा का इस्तेमाल किया, जो लगभग 2,000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकते हैं। इजरायल ने 'रामपेज़' और 'रॉक्स' जैसे लंबे रेंज वाले मिसाइलों का इस्तेमाल किया।
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हमले तीन चरणों में हुए:
- पहले चरण में ईरान के डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया गया।
- दूसरे और तीसरे चरण में मिसाइल और ड्रोन बेस पर हमले किए गए।
- फाइटर जेट्स ने 25-30 के समूहों में हमले किए, जहां 10 जेट्स ने मिसाइल हमले किए और बाकी जेट्स ने सुरक्षा और ध्यान भटकाने का काम किया।
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हमले के दौरान, इजरायल और अमेरिका के वायु रक्षा सिस्टम सतर्क थे ताकि ईरान की संभावित जवाबी मिसाइल हमलों का सामना किया जा सके। इजरायल ने मौसम खराब होने के कारण पहले हमले को टाल दिया था, क्योंकि उनकी मिसाइलें लक्ष्यों पर सटीक हमला करने के लिए स्पष्ट मौसम का इंतजार कर रही थीं।हालांकि, ईरान ने कहा कि उसके वायु रक्षा सिस्टम ने इजरायल के हमलों को सीमित नुकसान के साथ विफल कर दिया। ईरान और उसके पड़ोसी इराक ने हमलों के बाद अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया।