Edited By Parminder Kaur,Updated: 05 Jan, 2025 11:42 AM
हंगरी के कार्पेथियन बेसिन में 10वीं शताब्दी का एक अवशेष मिला है, जिसमें एक महिला को हथियारों के साथ दफनाया गया था। यह खोज सर्रेतुद्वारी-हिजोफोल्ड कब्रिस्तान में की गई। इस रिसर्च का नेतृत्व डॉ. बालाज तिहानी ने किया और इसे PLOS ONE जर्नल में प्रकाशित...
इंटरनेशनल डेस्क. हंगरी के कार्पेथियन बेसिन में 10वीं शताब्दी का एक अवशेष मिला है, जिसमें एक महिला को हथियारों के साथ दफनाया गया था। यह खोज सर्रेतुद्वारी-हिजोफोल्ड कब्रिस्तान में की गई। इस रिसर्च का नेतृत्व डॉ. बालाज तिहानी ने किया और इसे PLOS ONE जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
महिला का कंकाल और कब्र की वस्तुएं
रिपोर्ट के अनुसार, इस कब्र में एक चांदी की हेयर रिंग, बेल बटन, एक बैंड नेकलेस और तीरंदाजी से संबंधित चीजें मिलीं। इनमें एक तीर का सिरा, तरकश के हिस्से और एक एंटलर धनुष प्लेट शामिल हैं। शोधकर्ताओं ने जेनेटिक्स और शरीर संरचना के टेस्ट से पुष्टि की कि यह कंकाल एक महिला का है। डॉ. बालाज तिहानी ने बताया कि SH-63 नाम के इस कंकाल की कब्र में पुरुष और महिला दोनों से जुड़ी चीजें पाई गई हैं।
क्या यह योद्धा महिला थी?
इस अवशेष के साथ हथियारों की मौजूदगी यह साबित नहीं करती कि यह महिला एक योद्धा थी। शोधकर्ताओं ने बताया कि योद्धा वर्ग में शामिल होने के लिए सामाजिक भूमिकाएं भी महत्वपूर्ण होती हैं और केवल भौतिक साक्ष्य से इसे तय नहीं किया जा सकता। अवशेष में कुछ निशान, जैसे ज्वाइंट चेंज और चोट के संकेत पाए गए, जो घुड़सवारी या हथियारों के इस्तेमाल की ओर इशारा करते हैं। हालांकि, शोधकर्ताओं का मानना है कि ये निशान उस समय के दैनिक जीवन का हिस्सा भी हो सकते हैं।
10वीं शताब्दी की समाजिक संरचना
यह खोज 10वीं शताब्दी के हंगरी में जीवन की जटिलता को दर्शाती है। SH-63 की कब्र ने उस समय की भूमिकाओं और सामाजिक संरचनाओं पर सवाल उठाए हैं। शोधकर्ताओं ने आगे इस मामले की तुलना उसी समय के अन्य मामलों से करने की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य उस युग की सामाजिक स्थिति और गतिशीलता को समझना है।