Edited By Tanuja,Updated: 29 Jul, 2024 06:43 PM
पाकिस्तान के बलोचिस्तान में आयोजित विरोध मार्च में गोलीबारी से 14 लोग घायल हो गए। रिपोर्ट के अनुसार बलोच यकजिहती समिति (BYC) के 14 सदस्य...
क्वेटा: पाकिस्तान के बलोचिस्तान में आयोजित विरोध मार्च में गोलीबारी से 14 लोग घायल हो गए। रिपोर्ट के अनुसार बलोच यकजिहती समिति (BYC) के 14 सदस्य, ग्वादर में एक रैली में शामिल होने के लिए जा रहे थे कि मस्तंग में गोलीबारी का शिकार हो गए। गोलीबारी में घायल लोगों ने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों ने उन पर फायरिंग की। वहीं, कैलात के डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि BYC का काफिला एक लेवीज चेकपॉइंट पर हमला कर रहा था।
BYC के नेता बेबारग बलोच ने बताया कि काफिला क्वेटा-कराची हाईवे पर जा रहा था, तभी एक कानून प्रवर्तन एजेंसी के अधिकारी ने गोलीबारी की। अस्पताल के प्रवक्ता ने कहा कि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जब काफिला थाना सोना खान क्षेत्र में रुका, उन्हें मस्तंग जाने की अनुमति नहीं दी गई। सुरक्षा बलों ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। BYC ने आरोप लगाया कि राज्य की सेना और पुलिस ने शांतिपूर्ण काफिलों पर हमला किया और सीधे गोलीबारी की। उन्होंने कहा कि यह बलोचिस्तान में बलोच लोगों के खिलाफ राज्य की बर्बरता को दर्शाता है।
آج ریاست پاکستان نے یہ ثابت کر دیا کہ بلوچستان ایک مقبوضہ کالونی ہے اور بلوچ اسکا غلام ہے۔ بلوچ قوم کو اپنی سرزمین پر آزادی سے حرکت کرنے تو دور بلکہ آزادی سے زندگی گزارنے کا بھی حق نہیں۔ آج ریاست نے جس بے دردی اور سفاکی سے بلوچ قوم پر حملہ کیا ہے، اس سے ظاہر ہوتا ہے کہ یہ ریاست… pic.twitter.com/78UhIyVDvF
— Baloch Yakjehti Committee (@BalochYakjehtiC) July 27, 2024
BYC के एक अन्य नेता महरंग बलोच ने कहा कि सुरक्षा बलों ने ग्वादर की ओर जा रहे 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया। बलोचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने BYC के गोलीबारी के आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सरफराज बगटी या सरकार ने ऐसी कोई आदेश नहीं दिए। सरकार बातचीत के लिए तैयार है, और शांतिपूर्ण विरोध करना लोगों का अधिकार है। गवर्नमेंट ने क्वेटा में धारा 144 लागू कर दी है, जिससे सभी प्रकार की सभाओं, रैलियों और जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और ग्वादर की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। BYC के सदस्यों को ग्वादर में सार्वजनिक बैठक करने के बजाय कहीं और आयोजित करने के लिए कहा गया।