Edited By Parminder Kaur,Updated: 30 Jan, 2025 10:32 AM
![23 lakh employees will have to resign or be ready for layoffs trump](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_1image_10_31_522547508trump-ll.jpg)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नए फैसले से 23 लाख संघीय कर्मचारियों पर असर पड़ा है। ट्रम्प प्रशासन ने इन कर्मचारियों को ईमेल के जरिए सूचित किया है कि उन्हें या तो इस्तीफा देना होगा या फिर छंटनी का सामना करना पड़ेगा। कर्मचारियों को अपना जवाब...
इंटरनेशनल डेस्क. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नए फैसले से 23 लाख संघीय कर्मचारियों पर असर पड़ा है। ट्रम्प प्रशासन ने इन कर्मचारियों को ईमेल के जरिए सूचित किया है कि उन्हें या तो इस्तीफा देना होगा या फिर छंटनी का सामना करना पड़ेगा। कर्मचारियों को अपना जवाब देने के लिए 6 फरवरी तक का समय दिया गया है। जो कर्मचारी इस्तीफा देने के लिए तैयार होंगे, उन्हें सितंबर तक आठ महीने का वेतन दिया जाएगा।
यह कदम ट्रम्प प्रशासन द्वारा अपनाए गए एक नए मॉडल के तहत उठाया गया है, जिसे मस्क मॉडल कहा जा रहा है। दरअसल, जब एलन मस्क ने ट्विटर को खरीदा था, तो उन्होंने भी इसी तरह की छंटनी प्रक्रिया अपनाई थी।
वहीं ट्रम्प के ग्रीनलैंड को लेकर किए गए एक बयान पर भी चर्चा हो रही है। ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका ग्रीनलैंड को नियंत्रित करने जा रहा है और वहां के सभी 57,000 लोग अमेरिका में शामिल होना चाहते हैं। लेकिन, एक डेनमार्क सर्वे के मुताबिक, ग्रीनलैंड के 85% लोग अमेरिका का हिस्सा नहीं बनना चाहते। केवल 6% लोग इसके पक्ष में हैं, जबकि 9% ने इस मुद्दे पर कोई राय नहीं दी।
ट्रम्प के इस आदेश में पोस्टल सर्विस, इमिग्रेशन और सैन्य क्षेत्र को बाहर रखा गया है, लेकिन इसके प्रभाव का असर पासपोर्ट सेवा, यात्रा, सोशल सिक्योरिटी, बीमा, शिक्षा और अन्य बुनियादी सेवाओं पर पड़ेगा।
इस फैसले की आलोचना अमेरिकन फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट एम्प्लॉइज (AFGE) ने की है। कर्मचारी संघ का कहना है कि यह आदेश ट्रम्प प्रशासन के प्रति वफादार नहीं रहने वाले कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर करने का एक तरीका है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।