Edited By Tanuja,Updated: 31 Aug, 2024 03:04 PM
रूसी हमले में अमेरिका से मिले F-16 के क्रैश होने के बाद यूक्रेनी सेना ने रूस के बेलगोरोड शहर पर हमला किया जिसमें 5 लोगों...
International Desk: रूसी हमले में अमेरिका से मिले F-16 विमान के क्रैश होने के बाद यूक्रेनी सेना ने रूस के बेलगोरोड शहर पर हमला किया जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई और 46 लोग घायल हो गए। यह हमला स्थानीय समय के अनुसार सुबह के समय हुआ, जिससे शहर में अफरा-तफरी मच गई। गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लादकोव ने बताया कि हमला बेलगोरोड के एक आवासीय क्षेत्र में हुआ, जिसमें कई घरों और व्यावसायिक भवनों को गंभीर नुकसान पहुँचा। हमले में शामिल हथियारों और विस्फोटों से आसपास की कई सड़कों और इमारतों में भी क्षति आई है। घायलों को तुरंत स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत की निगरानी की जा रही है। राहत कार्य के लिए विशेष दल मौके पर पहुँच चुके हैं, और प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और मरम्मत का काम जारी है।
🚨🇷🇺🇺🇦 5 DEAD, 46 INJURED IN UKRAINIAN ATTACK ON RUSSIA
The attack took place in the Russian city of Belgorod, according to local governor Vyacheslav Gladkov.
Ukraine has conducted frequent attacks on Belgorod and other Russian border regions recently.
Earlier, a Russian bomb… pic.twitter.com/glFnWmmFRU
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) August 31, 2024
इससे पहले, यूक्रेन ने बेलगोरोड और अन्य रूसी सीमा क्षेत्रों पर कई हमले किए हैं, जो रूस के खिलाफ यूक्रेन की रणनीतिक प्रतिक्रियाओं का हिस्सा हैं। यूक्रेनी अधिकारियों ने इन हमलों के लिए रूस की सीमा के अंदर सैन्य और सामरिक लक्ष्य को जिम्मेदार ठहराया है। 27 अगस्त को रूस ने यूक्रेन के खारकीव शहर पर एक गंभीर बम हमला किया था। इस हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें एक 14 वर्षीय लड़की भी शामिल थी। लगभग 80 लोग घायल हुए थे और कई इमारतों को नुकसान पहुँचा था। इस हमले के बाद खारकीव में सुरक्षा की स्थिति और भी बिगड़ गई है। संघर्ष के बढ़ते स्तर और नागरिक नुकसान को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दोनों पक्षों से शांति और बातचीत की ओर लौटने की अपील की है।
बेलगोरोड और खारकीव पर हुए हालिया हमलों ने क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन हमलों से तनाव और संघर्ष में वृद्धि हो सकती है, और इसके परिणामस्वरूप मानवीय संकट और व्यापक प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं। बता दें कि यूक्रेन-रूस संघर्ष, जो 2014 में शुरू हुआ और 2022 में एक बड़े पैमाने पर युद्ध में बदल गया, वर्तमान में यूरोपीय और वैश्विक राजनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस संघर्ष ने न केवल यूक्रेन और रूस बल्कि वैश्विक सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और राजनीति को भी प्रभावित किया है। रूस ने 2014 में क्राइमिया पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया, जिससे यूक्रेन और रूस के बीच तनाव बढ़ गया। पूर्वी यूक्रेन में डोनबास क्षेत्र में संघर्ष शुरू हुआ, जहाँ प्रॉरूसी अलगाववादी और यूक्रेनी सेना के बीच लड़ाई जारी रही। संघर्ष को समाप्त करने के लिए कई समझौते किए गए, लेकिन इनमें से कोई भी पूरी तरह से प्रभावी नहीं रहा।
24 फरवरी 2022 को रूस ने एक पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू किया, जिसमें यूक्रेन के बड़े शहरों और सैन्य ठिकानों को लक्षित किया गया। कीव और अन्य प्रमुख शहरों पर हमले: रूस ने कीव, खारकीव, मारियुपोल और अन्य प्रमुख यूक्रेनी शहरों पर हमला किया। अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य देशों ने यूक्रेन को सैन्य सहायता, वित्तीय मदद और आर्थिक प्रतिबंधों के रूप में समर्थन प्रदान किया। रूस पर प्रतिबंध: रूस पर व्यापक आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए, जिनमें व्यापार, वित्तीय और तकनीकी क्षेत्र शामिल हैं। संघर्ष के कारण लाखों लोग शरणार्थी बन गए, और कई देशों ने उन्हें स्वीकार किया। इस जंग में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष की स्थिति अनिश्चित बनी हुई है, और लगातार संघर्ष की घटनाएँ हो रही हैं।