Edited By Tanuja,Updated: 17 Mar, 2025 02:15 PM

पाकिस्तान में हिंसा अपने चरम पर पहुंच चुकी है। जाफर एक्सप्रेस हाईजैकिंग के बाद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक के बाद ...
Islamabad: पाकिस्तान में हिंसा अपने चरम पर पहुंच चुकी है। जाफर एक्सप्रेस हाईजैकिंग के बाद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक के बाद एक 56 हमले कर पाकिस्तानी सेना को हिला दिया है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वाह के कई इलाकों में आतंकी संगठनों का नियंत्रण बढ़ने लगा है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या पाकिस्तान गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है?
जाफर एक्सप्रेस हाईजैकिंग के बाद बढ़ा आतंक
बलूचिस्तान के नोशकी में शनिवार को पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला हुआ, जिसमें BLA ने 90 सैनिकों के मारे जाने का दावा किया। इससे पहले, बीते मंगलवार को बलूच विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया था, जिसे छुड़ाने के लिए पाकिस्तानी सेना को 40 घंटे का ऑपरेशन चलाना पड़ा। इन घटनाओं ने पाकिस्तान में सुरक्षा हालात की पोल खोल दी है।
48 घंटे में 57 हमले, पाकिस्तानी सेना बेबस!
TTP और BLA ने बीते 48 घंटों में 57 हमले किए, जिनमें आत्मघाती बम धमाके, IED विस्फोट, फायरिंग और स्नाइपर अटैक शामिल हैं। पाकिस्तानी सरकार ने 16 लोगों की मौत और 46 के घायल होने की पुष्टि की है, हालांकि, असली आंकड़े इससे कहीं ज्यादा हो सकते हैं।
गृहयुद्ध की ओर बढ़ता पाकिस्तान
पाकिस्तान के तीन प्रांतों के 23 जिलों में हिंसा फैल चुकी है। बलूचिस्तान में आतंकी हमले कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन अब खैबर पख्तूनख्वाह और पंजाब के इलाकों में भी हमले बढ़ रहे हैं। पाक सेना ने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की घोषणा की है, लेकिन यह कदम देश को गृहयुद्ध की ओर धकेल सकता है।
अफगान सीमा से बढ़ी मुश्किलें
पाकिस्तान न सिर्फ आतंरिक हिंसा से जूझ रहा है, बल्कि अफगान सीमा पर भी तनाव चरम पर है। हथियारों और ड्रग्स की तस्करी ने हालात को और बिगाड़ दिया है। आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रही पाकिस्तान सरकार अब अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है।