Edited By Pardeep,Updated: 04 Mar, 2025 06:15 AM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि मंगलवार, 4 मार्च 2025 से कनाडा और मैक्सिको पर 25% टैरिफ लागू कर दिया जाएगा। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि इस फैसले में कोई देरी नहीं होगी, और यह कदम उत्तर अमेरिकी व्यापारिक तनाव को और बढ़ा सकता है।
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि मंगलवार, 4 मार्च 2025 से कनाडा और मैक्सिको पर 25% टैरिफ लागू कर दिया जाएगा। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि इस फैसले में कोई देरी नहीं होगी, और यह कदम उत्तर अमेरिकी व्यापारिक तनाव को और बढ़ा सकता है।
ट्रंप का बयान: अवैध आप्रवासन और फेंटेनाइल तस्करी को रोकने के लिए
ट्रंप ने कहा कि ये टैरिफ दोनों अमेरिकी पड़ोसियों, कनाडा और मैक्सिको को फेंटेनाइल तस्करी के खिलाफ अपनी कार्रवाई को तेज करने और अवैध आप्रवासन को रोकने के लिए मजबूर करने के लिए लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि उनका उद्देश्य इन देशों के साथ व्यापार असंतुलन को ठीक करना और अधिक अमेरिकी कंपनियों को अमेरिका में अपनी उत्पादन इकाइयां स्थापित करने के लिए प्रेरित करना है।
कृषि उत्पादों पर ध्यान केंद्रित, 2 अप्रैल को बाहरी उत्पादों पर भी टैरिफ
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "सभी किसान तैयार हो जाइए, क्योंकि अमेरिकी बाजार में कृषि उत्पादों के लिए बड़ी मांग पैदा होने वाली है।" उन्होंने यह भी कहा कि 2 अप्रैल से बाहरी उत्पादों पर टैरिफ लागू हो जाएगा, जिससे अमेरिकी उत्पादकों को लाभ होगा।
पहले किया था एलान, विरोध और अस्थायी स्थगन के बाद आज से लागू होंगे टैरिफ
अमेरिका के राष्ट्रपति ने पहले 1 फरवरी 2025 को कनाडा, मैक्सिको और चीन पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। उन्होंने यह भी कहा था कि 25% शुल्क अमेरिका की ताकत को दुनिया भर में प्रदर्शित करेगा और इसे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सबसे मजबूत बनाएगा। हालांकि, इस घोषणा के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने इसका विरोध किया था। इसके परिणामस्वरूप ट्रंप ने टैरिफ को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया था। फिर, 25 फरवरी 2025 को ट्रंप ने यह घोषणा की थी कि ये टैरिफ 4 मार्च से लागू होंगे।
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर संभावित प्रभाव
अमेरिका के दो प्रमुख व्यापारिक साझेदारों, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ लागू होने से वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल मच सकती है। उपभोक्ता चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि इसके परिणामस्वरूप महंगाई बढ़ सकती है, विशेष रूप से ऑटोमोबाइल और कृषि उत्पादों में। इस निर्णय का असर वैश्विक व्यापार, उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखलाओं पर पड़ सकता है, और इसके परिणामस्वरूप व्यापारिक लागत में वृद्धि हो सकती है।
इसके अलावा, ऑटो क्षेत्र, जो कनाडा और मैक्सिको के साथ गहरे व्यापारिक रिश्तों में है, इस कदम से विशेष रूप से प्रभावित हो सकता है। अगर इन देशों के साथ व्यापारिक संबंध और भी कड़े होते हैं, तो अमेरिकी निर्माताओं को अधिक महंगे शुल्कों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे कारों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है।
कनाडा और मैक्सिको के साथ इस व्यापारिक संघर्ष के आगे और भी जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं, क्योंकि दोनों देशों ने पहले ही ट्रंप के टैरिफ को असंवैधानिक और व्यापारिक संघर्ष को बढ़ावा देने वाला करार दिया था। हालांकि, ट्रंप प्रशासन का यह कदम दोनों देशों के साथ व्यापारिक असंतुलन को सुलझाने के लिए है, लेकिन इसके दूरगामी परिणाम आने वाले समय में वैश्विक व्यापार पर महत्वपूर्ण असर डाल सकते हैं।
यह कदम न केवल अमेरिका के पड़ोसियों, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी एक नई चुनौती पेश कर सकता है, जिसे संभालना आने वाले समय में कठिन हो सकता है।