चीन की सस्ती इलेक्ट्रिक कारों से अमेरिकी इंडस्ट्री को नुकसान, बाइडेन लगा सकते हैं 100% टैक्स

Edited By Parminder Kaur,Updated: 13 May, 2024 12:13 PM

american industry suffers loss due to china cheap electric cars

अमेरिकी सरकार अब एक बार फिर चीन के बढ़ते व्यापार के खिलाफ शिंकजा कस रही है। दरअसल अमेरिका बलीन एनर्जी प्रोड्क्टस की घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को चीनी प्रोडक्ट से नुकसान को लेकर चिंतित है। ऐसा इसलिए है क्योंकि चीन ने ग्लोबल बाजारों में सस्ते सोलर पैनलों,...

इंटरनेशनल डेस्क. अमेरिकी सरकार अब एक बार फिर चीन के बढ़ते व्यापार के खिलाफ शिंकजा कस रही है। दरअसल अमेरिका बलीन एनर्जी प्रोड्क्टस की घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को चीनी प्रोडक्ट से नुकसान को लेकर चिंतित है। ऐसा इसलिए है क्योंकि चीन ने ग्लोबल बाजारों में सस्ते सोलर पैनलों, बैटरियों, इलेक्ट्रिक वाहनों और अन्य प्रोडक्ट का अंबार लगा दिया है। अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अमेरिकी ऑटो इंडस्ट्री को बचाने के लिए चीनी इलेक्ट्रिक वाहनों पर इस सप्ताह 100 फीसदी तक नए टैक्स लगा सकते हैं। सेमीकंडक्टर सहित कुछ अन्य चीनी वस्तुओं पर भी अतिरिक्त इंपोर्ट टैक्स लगाए जाएंगे।


चीनी प्रोडक्ट्स पर नए टैरिफ का इंतज़ार लंबे समय से किया जा रहा है। इससे पहले भी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2018 में चीन के करीब 25 लाख करोड़ रुपए के आयात पर टैक्स लगाए थे। हालांकि, ट्रम्प के अधिकतर टैक्स लागू रहेंगे लेकिन बाइडेन अब नए क्षेत्रों में टैक्स लगाएंगे। राष्ट्रपति ने 2022 में इनफ्लेशन रिडक्शन एक्ट के तहत जिन क्षेत्रों में मैन्युफैक्चरिंग के लिए सब्सिडी दी है, उन्हें सुरक्षित रखने के लिए सरकार कदम उठाएगी। फिलहाल अमेरिका में चीनी इलेक्ट्रिक वाहनों पर इस समय 25 प्रतिशत टैरिफ लगता है। बाइडेन सरकार इन्हें 100 प्रतिशत तक बढ़ा सकती है।


ताकि चीनी ईवी खरीदना मुश्किल हो जाए। बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद चीन पर टैरिफ का मामला व्हाइट हाउस में बहस का विषय रहा है। इस मुद्दे पर आर्थिक और राजनीतिक सलाहकारों के बीच अक्सर टकराव होता रहा है। लेकिन इस साल चीन ने इलेक्ट्रिक वाहनों, लीथियम बैटरी और सोलर पैनल का प्रोडक्शन बहुत अधिक बढ़ा दिया। बाइडेन सरकार अमेरिका में इन सभी प्रोडक्ट का उत्पादन बढ़ाने के लिए अरबों डॉलर तक इन्वेस्ट कर रही है। बीजिंग के पैले ने दोनों देशों के बीच ट्रेड युद्ध फिर से भड़का दिया है। लिहाजा बाइडेन को अधिक कड़े व्यापार प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। डोनाल्ड ट्रम्म ने कहा है, यदि वे इस साल फिर राष्ट्रपति चुने गए तो चीनी इंपोर्ट पर 60 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे। उन्होंने यह भी कहा है, मैक्सिको में चीनी कंपनियों द्वारा बनाई गई कारों पर 100 प्रतिशत टैक्स लगाया जाएगा। 


 

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