Edited By Tanuja,Updated: 03 Nov, 2024 12:44 PM
अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता नील मखीजा ने देश में होने वाले आम चुनाव से पहले कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2020 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में अमेरिकी लोगों ने खारिज कर दिया था ...
Washington: अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता नील मखीजा ने देश में होने वाले आम चुनाव से पहले कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2020 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में अमेरिकी लोगों ने खारिज कर दिया था और वे अब भी उन पर भरोसा नहीं करते। हार्वर्ड से शिक्षा प्राप्त मखीजा भारतीय मूल के हैं और डेमोक्रेटिक पार्टी के एक प्रमुख चेहरे के रूप में उभर रहे हैं। वह राष्ट्रपति पद के चुनाव में पार्टी की उम्मीदवार एवं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पेन्सिल्वेनिया में चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाल रहे हैं। मखीजा ने एक साक्षात्कार में कहा कि यह सोचना भी चिंताजनक है कि ट्रंप ‘व्हाइट हाउस' (अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) में वापस आने के करीब भी पहुंच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के लोग हैरिस को देश की पहली महिला राष्ट्रपति चुनकर इतिहास रचने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मखीजा ‘मोंटगोमरी काउंटी' के आयुक्त और चुनाव बोर्ड के अध्यक्ष हैं। वह पेन्सिलवेनिया के पहले भारतीय अमेरिकी आयुक्त हैं और डेमोक्रेटिक पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि अगर हैरिस चुनाव जीतती हैं तो मखीजा उनके मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। मखीजा ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेरिका के लोगों ने चार साल पहले उन्हें खारिज कर दिया था और वे उन्हें राष्ट्रपति कार्यालय से बाहर रखना चाहते हैं जबकि हैरिस देश के लिए आशा की किरण हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव पांच नवंबर को होगा और सीएनएन एवं अन्य चैनलों के सर्वेक्षणों के अनुसार हैरिस और ट्रंप के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। भारतीय-अमेरिकियों के मतदान को प्रभावित करने वाले मुद्दों का जिक्र करते हुए मखीजा ने कहा कि अच्छी शिक्षा, उत्कृष्ट बनने के अवसर आदि पर मतदाता सबसे अधिक ध्यान देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय अमेरिकी समुदाय अमेरिकी सपने में विश्वास करता है। हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे कड़ी मेहनत करें, उन्हें अच्छी शिक्षा पाने का अवसर मिले और वे समाज में समग्र रूप से योगदान देने में सक्षम हों।'' डेमोक्रेटिक नेता ने कहा कि हैरिस एक ऐसी राष्ट्रपति बनेंगी जो केवल अपने समर्थकों की ही नहीं बल्कि सभी की परवाह करेंगी।