Edited By Rahul Rana,Updated: 30 Dec, 2024 10:42 AM
अफगानिस्तान में तालिबान ने महिलाओं पर एक और प्रतिबंध लगाते हुए रेसिडेंशियल बिल्डिंग्स में खिड़कियां लगाने पर रोक लगा दी है। यह आदेश उन खिड़कियों के लिए है जहां से महिलाओं को देखा जा सकता है। साथ ही पहले से बनी खिड़कियों को बंद करने या ढकने के...
इंटरनेशनल डेस्क। अफगानिस्तान में तालिबान ने महिलाओं पर एक और प्रतिबंध लगाते हुए रेसिडेंशियल बिल्डिंग्स में खिड़कियां लगाने पर रोक लगा दी है। यह आदेश उन खिड़कियों के लिए है जहां से महिलाओं को देखा जा सकता है। साथ ही पहले से बनी खिड़कियों को बंद करने या ढकने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या है आदेश?
तालिबान के सर्वोच्च नेता के फरमान में कहा गया है कि रसोई, आंगन या कुएं से पानी भरती महिलाओं को देखना "अश्लील हरकतों" को बढ़ावा दे सकता है। सरकारी प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने इस आदेश को साझा किया और बताया कि नगर निगम व संबंधित विभागों को इसे लागू करने की जिम्मेदारी दी गई है।
महिलाओं पर बढ़ते प्रतिबंध
तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों और शिक्षा से धीरे-धीरे हटाया जा रहा है।
- शिक्षा: लड़कियों और महिलाओं को प्राथमिक शिक्षा के बाद स्कूल व कॉलेज जाने से रोका गया है।
- रोजगार: महिलाओं को कई क्षेत्रों में काम करने से मना कर दिया गया है।
- सार्वजनिक स्थल: पार्क, जिम और अन्य जगहों पर महिलाओं का जाना भी प्रतिबंधित है।
- सांस्कृतिक गतिविधियां: महिलाओं को गाने, कविता पाठ और रेडियो-टीवी पर अपनी आवाज़ सुनाने पर भी रोक है।
अंतरराष्ट्रीय निंदा
तालिबान के इन कदमों की संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों ने कड़ी निंदा की है। इन आदेशों को महिलाओं के अधिकारों का खुला उल्लंघन माना जा रहा है।
लोगों की प्रतिक्रिया
इस आदेश के बाद अफगानिस्तान में महिलाएं और ज्यादा सीमित हो गई हैं। स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोग तालिबान के इस कदम को महिलाओं के खिलाफ़ अत्याचार के रूप में देख रहे हैं।