Edited By Harman Kaur,Updated: 19 Aug, 2024 12:59 PM
बांग्लादेश में विवादित आरक्षण प्रणाली के खिलाफ आंदोलन के दौरान मछली कारोबारी की मौत को लेकर अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी सरकार के पूर्व मंत्रियों समेत 62 लोगों के खिलाफ हत्या का एक नया मामला दर्ज किया गया है। मीडिया में सोमवार को आई एक खबर...
इंटरनेशनल डेस्क: बांग्लादेश में विवादित आरक्षण प्रणाली के खिलाफ आंदोलन के दौरान मछली कारोबारी की मौत को लेकर अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी सरकार के पूर्व मंत्रियों समेत 62 लोगों के खिलाफ हत्या का एक नया मामला दर्ज किया गया है। मीडिया में सोमवार को आई एक खबर में यह जानकारी दी गई है।
62 लोगों के खिलाफ दर्ज हुए हत्या का मामला
सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली के खिलाफ व्यापक विरोध-प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर पांच अगस्त को भारत जाने वाली हसीना (76) के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें सबसे नया मामला रविवार रात दर्ज किया गया। ‘ढाका ट्रिब्यून' समाचार पत्र की खबर के अनुसार, यह मामला मोहम्मद मिलन की पत्नी शहनाज बेगम ने दायर किया है। मिलन को 21 जुलाई को मछली बाजार से घर लौटते समय गोली मार दी गई थी। इस मामले में हसीना, पूर्व सड़क परिवहन एवं पुल मंत्री ओबैदुल कादर, पूर्व सांसद शमीम उस्मान और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान समेत 62 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
खबर के मुताबिक, हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने आग्नेयास्त्रों और लाठियों से लैस होकर छात्र आंदोलन में व्यवधान डालने के लिए ढाका-चटगांव राजमार्ग पर यातायात में बाधा उत्पन्न की थी। खबर के अनुसार, आरोप है कि हसीना, कादर और असदुज्जमां ने प्रदर्शनकारी छात्रों और आम लोगों पर गोलीबारी व हमला करने का आदेश दिया। खबर में कहा गया है कि उस समय मछली बाजार से घर लौट रहे मिलन के सीने में गोली लगी और वह सड़क पर गिर पड़ा, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अपदस्थ होने के बाद से हसीना के खिलाफ दर्ज मामलों की संख्या बढ़कर एक दर्जन से ज्यादा हो गई है।