Edited By Pardeep,Updated: 15 Aug, 2024 06:03 AM
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कांगो और अफ्रीका के अन्य हिस्सों में मंकीपॉक्स प्रकोप को स्वास्थ्य संबंधी वैश्विक आपातस्थिति घोषित कर दिया है।
लंदनः विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कांगो और अफ्रीका के अन्य हिस्सों में मंकीपॉक्स प्रकोप को स्वास्थ्य संबंधी वैश्विक आपातस्थिति घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ ने यह घोषणा इसलिए की है क्योंकि एक दर्जन से अधिक देशों में बच्चों और वयस्कों में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि हुई है और वायरस का एक नया स्वरूप फैल रहा है तथा महाद्वीप में टीके की खुराकें बहुत कम उपलब्ध हैं।
इस सप्ताह के प्रारम्भ में 'अफ्रीका सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन' ने घोषणा की थी कि मंकीपॉक्स प्रकोप एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातस्थिति है, जिसमें 500 से अधिक मौतें हुई हैं। उसने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद का आह्वान किया था। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने कहा, "यह ऐसी चीज है जिससे हम सभी को चिंतित होना चाहिए...अफ्रीका और उसके बाहर इसके फैलने की संभावना बहुत चिंताजनक है।"
कैसे फैलता है वायरस?
एमपॉक्स निकट संपर्क के माध्यम से फैल सकता है। यह यौन संपर्क से भी फैलता है। आमतौर पर हल्का, यह दुर्लभ मामलों में घातक होता है। यह फ्लू जैसे लक्षण और शरीर पर मवाद से भरे घाव पैदा करता है। किसी बीमारी के प्रकोप को 'अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल' या डब्ल्यूएचओ का उच्चतम स्तर के अलर्ट के रूप में निर्धारित करने से बीमारी को रोकने के लिए अनुसंधान, वित्त पोषण और अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और सहयोग में तेजी आ सकती है।
नया वेरिएंट अधिक संक्रामक
कांगो में इसका प्रकोप एक स्थानीय स्ट्रेन के प्रसार से शुरू हुआ, जिसे क्लेड-I के रूप में जाना जाता है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि एक नया वेरिएंट क्लेड Ib नियमित निकट संपर्क के माध्यम से अधिक आसानी से फैलता हुआ प्रतीत होता है। इसका प्रकोप कांगो से बुरुंडी, केन्या, रवांडा और युगांडा समेत पड़ोसी देशों में फैल गया है, जिसके चलते डब्ल्यूएचओ ने कार्रवाई शुरू कर दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेश टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयसस ने कहा, यह स्पष्ट है कि इन प्रकोपों को रोकने और जीवन बचाने के लिए एक समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया आवश्यक है।