Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 28 Mar, 2025 02:51 PM

बलूचिस्तान में एक बार फिर हिंसा का तांडव देखने को मिला। ग्वादर जिले में ओरमारा हाईवे पर हथियारबंद विद्रोहियों ने बुधवार देर रात एक बस को रोककर उसमें सवार यात्रियों को बाहर निकाला और छह लोगों को गोली मार दी। इनमें से पांच की मौके पर ही मौत हो गई जबकि...
इंटरनेशनल डेस्क: बलूचिस्तान में एक बार फिर हिंसा का तांडव देखने को मिला। ग्वादर जिले में ओरमारा हाईवे पर हथियारबंद विद्रोहियों ने बुधवार देर रात एक बस को रोककर उसमें सवार यात्रियों को बाहर निकाला और छह लोगों को गोली मार दी। इनमें से पांच की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक घायल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस हमले में तीन अन्य यात्रियों को अपहरण कर लिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हफीज बलूच ने बताया कि बंदूकधारियों ने यात्रियों के पहचान पत्रों की जांच करने के बाद छह लोगों को निशाना बनाया, जो सभी पंजाब प्रांत के थे। अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
गुरुवार को क्वेटा के बारेच इलाके में एक पुलिस वाहन के पास बम विस्फोट हुआ। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार, विस्फोटक सामग्री एक मोटरसाइकिल में छिपाकर रखी गई थी। इस धमाके में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं और चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। आंतरिक मंत्रालय ने हालांकि दो मौतों की पुष्टि की है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब करीब 15 दिन पहले बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने बोलन जिले में एक ट्रेन को घेरकर उसमें सवार 26 लोगों की हत्या कर दी थी। मारे गए लोगों में 18 सुरक्षाकर्मी शामिल थे।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा की है। प्रधानमंत्री ने घायलों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के आदेश दिए हैं। राष्ट्रपति जरदारी ने कहा कि आतंकवादी बलूचिस्तान की प्रगति के दुश्मन हैं और वे इस क्षेत्र में शांति नहीं देखना चाहते।
मुख्यमंत्री का बयान
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने इस हमले को कायरतापूर्ण और जघन्य अपराध करार दिया। उन्होंने निर्दोष यात्रियों की पहचान कर हत्या किए जाने को अमानवीय करार दिया और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही
इसी बीच, बलूचिस्तान के नसीराबाद संभाग के सोहबत क्षेत्र में एक और घटना सामने आई, जहां भूमि विवाद के कारण दो गुटों के बीच संघर्ष में एक महिला और तीन बच्चों सहित एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई।