Edited By Tanuja,Updated: 01 Jan, 2025 11:11 AM
आइवरी कोस्ट ने साल के पहले ही दिन फ्रांस को झटका देते हुए कहा है कि उसकी धरती पर मौजूद फ्रांस के सैनिक शीघ्र ही देश छोड़ दें । फ्रांस के सैनिक दशकों से आइवरी कोस्ट में मौजूद ...
International Desk: आइवरी कोस्ट ने साल के पहले ही दिन फ्रांस को झटका देते हुए कहा है कि उसकी धरती पर मौजूद फ्रांस के सैनिक शीघ्र ही देश छोड़ दें । फ्रांस के सैनिक दशकों से आइवरी कोस्ट में मौजूद हैं। आइवरी कोस्ट के राष्ट्रपति अलास्साने ओउटारा ने कहा कि सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया इस माह से प्रारंभ हो जाएगी। आइवरी कोस्ट में फ्रांस के 600 सैनिक मौजूद हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने आइवरी कोस्ट में मौजूद फ्रांस के सैनिकों की सुनियोजित तरीके से वापसी का निर्णय लिया है।'' राष्ट्रपति ने कहा कि पोर्ट बोएट की सैन्य बटालियन, जिसका जिम्मा अभी तक फ्रांस के सैनिक संभाल रहे थे उसकी कमान अब देश की सेना को सौंप दी जाएगी।
आइवरी कोस्ट के अलावा हाल में कई पश्चिम अफ्रीकी देशों ने फ्रांस के सैनिकों को उनके देश से जाने को कहा है। इसमें सेनेगल, माली, चाड, नाइजर और बुर्किना फासो शामिल हैं। इन देशों में फ्रांस के सैनिक कई वर्षों से मौजूद थे। ये घटनाक्रम फ्रांस और उसके पूर्व उपनिवेशों के बीच संबंधों में बदलाव का संकेत है, साथ ही फ्रांस के कम होते असर को दिखाता है। फ्रांस के सैनिक अब 70 प्रतिशत से अधिक अफ्रीकी देशों से चले गए हैं। इन देशों में फ्रांस के औपनिवेशिक शासन के खत्म होने के बाद से उसकी सेना मौजूद थी। फ्रांसीसी सैनिक अब केवल जिबूती में बचे हैं जहां उनके 1,500 सैनिक हैं और गैबॉन में उनके 350 सैनिक हैं। विश्लेषकों ने इन घटनाक्रम को फ्रांस के खिलाफ बढ़ती स्थानीय भावनाओं का जिम्मेदार माना है।