Edited By Rahul Rana,Updated: 19 Dec, 2024 11:21 AM
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने एच-1बी वीजा के नियमों में ढील देने का फैसला लिया है जिससे भारतीय स्टूडेंट्स और वर्कर्स के लिए अमेरिका जाने का रास्ता आसान हो जाएगा। यह बदलाव 17 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा।
इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने एच-1बी वीजा के नियमों में ढील देने का फैसला लिया है जिससे भारतीय स्टूडेंट्स और वर्कर्स के लिए अमेरिका जाने का रास्ता आसान हो जाएगा। यह बदलाव 17 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा।
इस बदलाव से:
1. एच-1बी वीजा पर काम करने वाले विदेशी वर्कर्स के लिए फायदा होगा। खासकर उन लोगों के लिए जो आईटी, फाइनेंस और टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम करते हैं। इससे अमेरिकी कंपनियों को विशेष कौशल वाले वर्कर्स की भर्ती में आसानी होगी।
2. एफ-1 छात्र वीजा से एच-1बी वीजा में बदलने की प्रक्रिया भी सरल हो जाएगी। यानी जो छात्र अमेरिका में पढ़ाई करने आते हैं वे आसानी से वर्क वीजा प्राप्त कर सकेंगे।
एच-1बी वीजा एक्सटेंशन में बदलाव
पहले एच-1बी वीजा का एक्सटेंशन कराने के लिए पूरा प्रोसेस दोबारा करना पड़ता था। अब 'प्रायर डेफरेंस' पॉलिसी के तहत यह प्रक्रिया जल्द पूरी हो सकेगी। इसका मतलब है कि वीजा का एक्सटेंशन सरल और तेजी से हो सकेगा।
अमेरिकी दूतावास से जुड़ी नई जानकारी
1. 1 जनवरी 2025 से, अमेरिकी गैर-प्रवासी वीजा आवेदक एक बार बिना किसी फीस के इंटरव्यू की अपॉइंटमेंट को फिर से तय कर सकेंगे।
2. अपॉइंटमेंट चूकने या पुनर्निर्धारण करने पर एक नई अपॉइंटमेंट बुक करनी होगी और फीस फिर से चुकानी होगी।
ट्रंप की धमकी - भारत पर टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारत पर एक बार फिर से टैरिफ (टैक्स) बढ़ाने की धमकी दी है। ट्रंप ने कहा कि अगर भारत अमेरिका पर टैरिफ लगाता है तो अमेरिका भी भारत पर उतना ही टैरिफ लगाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और ब्राजील उन देशों में शामिल हैं जो अमेरिकी सामानों पर सबसे ज्यादा टैरिफ लगाते हैं।
इससे साफ है कि अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक रिश्तों में आने वाले समय में बदलाव हो सकता है, जो दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है।