Edited By Rohini Oberoi,Updated: 16 Mar, 2025 01:03 PM

माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने घोषणा की है कि वह तीन साल में तीसरी बार भारत की यात्रा करेंगे। उनकी यह यात्रा खास होगी क्योंकि यह गेट्स फाउंडेशन के ‘बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज’ की पहली बैठक ग्लोबल साउथ में आयोजित होने के समय हो रही है। यात्रा के...
इंटरनेशनल डेस्क। माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने घोषणा की है कि वह तीन साल में तीसरी बार भारत की यात्रा करेंगे। उनकी यह यात्रा खास होगी क्योंकि यह गेट्स फाउंडेशन के ‘बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज’ की पहली बैठक ग्लोबल साउथ में आयोजित होने के समय हो रही है। यात्रा के दौरान बिल गेट्स भारत की स्वास्थ्य सेवा, कृषि और डिजिटल परिवर्तन में ऐतिहासिक भूमिका पर चर्चा करेंगे।
गेट्स फाउंडेशन की भारत में भागीदारी
बिल गेट्स ने बताया कि गेट्स फाउंडेशन पिछले दो दशकों से ज्यादा समय से भारत में काम कर रहा है। इस दौरान भारत सरकार, शोधकर्ताओं और उद्यमियों ने मिलकर कई क्षेत्रों में काम किया है। गेट्स ने अपनी यात्रा को खास बताते हुए कहा कि भारत उनकी फाउंडेशन की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर सही जगह है। वह भारत की पोलियो उन्मूलन, HIV रोकथाम, तपेदिक (टीबी) उन्मूलन और बचपन में टीकाकरण जैसी प्रमुख स्वास्थ्य पहलों की भी सराहना करेंगे।
पोलियो उन्मूलन और HIV रोकथाम की सफलता की सराहना
बिल गेट्स ने भारत में पोलियो उन्मूलन की दिशा में मिली सफलता की तारीफ की। उन्होंने अपनी 2011 की यात्रा का जिक्र किया जब भारत ने आखिरी पोलियो मामला दर्ज किया था। साथ ही गेट्स ने HIV रोकथाम कार्यक्रम को भी सराहा जिसने देश में HIV के प्रति लोगों के नजरिए को बदला और स्वास्थ्य रणनीतियों को एक साथ लाया।
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टीबी उन्मूलन में भारत की अग्रणी भूमिका
बिल गेट्स ने भारत को टीबी उन्मूलन में भी अग्रणी माना। उनका कहना था कि नई बीमारियों के इलाज में भारत ने एआई-संचालित परीक्षण उपकरणों और बेहतर उपचार विधियों में निवेश किया है जिससे इस दिशा में तेजी से प्रगति हो रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि भारत ने $2 से कम कीमत वाली लार-आधारित टेस्टिंग पर आधारित टीबी जांच विकसित की है जिसका वैश्विक प्रभाव हो सकता है।
भारत की डिजिटल क्रांति और एआई का प्रभाव
गेट्स ने भारत की डिजिटल क्रांति को भी सराहा, खासकर डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (DPI) जैसे आधार और डिजिटल भुगतान प्रणाली को। इन पहलों ने बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवा और सरकारी सेवाओं तक पहुंच को बेहतर बनाया है। उन्होंने बताया कि भारत एआई का उपयोग ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को बीमारी के जल्दी पहचानने और गर्भवती महिलाओं की देखभाल में मदद करने के लिए कर रहा है। इसके अलावा कृषि क्षेत्र में भी एआई का इस्तेमाल बढ़ रहा है, जिससे किसानों को मौसम की जानकारी अधिक उपज वाली फसलें और बीमारियों से बचाव में मदद मिल रही है।
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भारत का वैश्विक प्रभाव
गेट्स ने कहा कि भारत में हो रही प्रगति वैश्विक स्तर पर प्रभाव डाल रही है। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने G20 प्रेसीडेंसी के दौरान अपने नवाचारों को दुनिया के साथ साझा करने का संकल्प लिया है। गेट्स ने बताया कि भारत ने वैक्सीन निर्माण से लेकर एआई-संचालित डायग्नोस्टिक्स तक कई समाधान दुनिया को दिए हैं जो यह साबित करते हैं कि डिजिटल प्रौद्योगिकी स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बना सकती है।
वहीं बिल गेट्स की इस यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि भारत वैश्विक स्वास्थ्य और तकनीकी सुधारों में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है और इसके नवाचारों का प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ा है।