Edited By Tanuja,Updated: 06 Nov, 2024 05:35 PM
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद दुनियाभर के नेताओं ने उन्हें बधाई दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत का दावा करने के लिए बुधवार को फ्लोरिडा में डोनाल्ड ट्रंप...
London: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद दुनियाभर के नेताओं ने उन्हें बधाई दी है। ट्रंप को सबसे पहले बधाई संदेश देने वाले विश्व के नेताओं में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर भी शामिल हैं। सर कीर स्टारमर और केमी बैडेनोच उन ब्रिटिश पार्टी नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जब दोनों पहली बार PMQs में आमने-सामने होंगे। स्टॉर्मर ने कहा कि नये अमेरिकी प्रशासन के तहत ब्रिटेन और अमेरिका के बीच ‘‘विशेष संबंध'' प्रगाढ़ होना जारी रहेगा। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने बुधवार को डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी।
नेतन्याहू ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘ऐतिहासिक महान वापसी पर बधाइयां। व्हाइट हाउस में आपकी ऐतिहासिक वापसी अमेरिका के लिए नई शुरुआत और इजराइल तथा अमेरिका के बीच महान गठबंधन के लिए शक्तिशाली प्रतिबद्धता दर्शाने वाली है।'' मैक्रों ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘साथ काम करने को तैयार हैं जैसा कि हम पहले भी चार साल में करने में सक्षम रहे। आपके और मेरे दृढ़विश्वास के साथ। सम्मान और महत्वाकांक्षा के साथ। अधिक शांति और समृद्धि के लिए।” एसोसिएटेड प्रेस (एपी) द्वारा अपराह्न दो बजे तक उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप ने 277 निर्वाचक मंडल वोट, जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस ने 224 निर्वाचक मंडल वोट हासिल किये हैं।
काम करने के लिए उत्सुक हूं:कीर स्टारमर
लंदन में, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय सह आवास ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट' द्वारा जारी एक बयान में स्टॉर्मर ने कहा, ‘‘चुनाव में ऐतिहासिक जीत पर बधाई हो ट्रंप। मैं आने वाले वर्षों में आपके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘सबसे करीबी सहयोगी के रूप में, हम स्वतंत्रता, लोकतंत्र और उद्यम के अपने साझा मूल्यों की रक्षा करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। (आर्थिक) संवृद्धि और सुरक्षा से लेकर नवाचार और प्रौद्योगिकी तक, मुझे पता है कि ब्रिटेन-अमेरिका के विशेष संबंध आने वाले वर्षों में अटलांटिक (महासागर) के दोनों किनारों पर समृद्ध होते रहेंगे।'' सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के लिए न्यूयॉर्क की यात्रा के दौरान स्टॉर्मर ने पहली बार ट्रंप से एक निजी रात्रिभोज पर मुलाकात की थी।
पुतिन का एक चौंकाने वाला बयान
इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन का एक चौंकाने वाला बयान सामने आया है। पुतिन ने स्पष्ट किया कि वे अभी ट्रंप को जीत की बधाई नहीं देंगे। क्रेमलिन ने कहा कि ट्रंप को बधाई देने का फैसला उनके कार्यों और नीतियों के आधार पर किया जाएगा। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि "हम ट्रंप की नीतियों के आधार पर उनका मूल्यांकन करेंगे।" उन्होंने यह भी बताया कि बधाई देने की राष्ट्रपति की योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, क्योंकि अमेरिका को एक "अमित्र देश" के रूप में देखा जाता है।
जेलेंस्की ने ट्रंप को बधाई दी
इसके विपरीत, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने ट्रंप को बधाई दी और यूक्रेन का समर्थन करने की अपील भी की। जेलेंस्की ने ट्रंप के उस कथन का समर्थन किया जिसमें उन्होंने "ताकत के दम पर शांति" लाने की बात कही थी। उन्होंने अपनी सितंबर में हुई बैठक को भी याद किया, जिसमें यूक्रेन और अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी, जीत की योजना और रूसी आक्रामकता को समाप्त करने के उपायों पर चर्चा की गई थी।
ट्रंप की जीत के पीछे रूस का हाथ ?
रूस पर अक्सर ट्रंप के चुनावों में समर्थन देने का आरोप लगता रहा है। 2016 और 2020 के चुनावों में भी रूस पर ट्रंप की मदद करने का आरोप लगाया गया था। पुतिन के लिए ट्रंप का राष्ट्रपति बने रहना अधिक फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि बाइडेन प्रशासन ने रूस के प्रति कड़ी नीतियाँ अपनाई हैं। जंग शुरू होने के बाद से बाइडेन सरकार ने यूक्रेन को न केवल आर्थिक, बल्कि सैन्य सहायता भी प्रदान की है।