क्या कनाडा बन सकता है अमेरिका का 51वां राज्य? अंतरराष्ट्रीय कानून क्या कहते हैं?

Edited By Pardeep,Updated: 13 Jan, 2025 12:20 AM

can canada become the 51st state of america what do international laws say

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक बार फिर कनाडा को 51वां राज्य बनाने का मुद्दा उठाया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कनाडा पर आखिरकार टैरिफ कैसे लगाए जाएंगे और कनाडा से अमेरिका को होने...

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक बार फिर कनाडा को 51वां राज्य बनाने का मुद्दा उठाया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कनाडा पर आखिरकार टैरिफ कैसे लगाए जाएंगे और कनाडा से अमेरिका को होने वाले भारी घाटे की ओर ध्यान दिलाया।

फ्लोरिडा के पाम बीच से बोलते हुए ट्रंप ने कनाडा को 51वां राज्य बनाने का औचित्य देते हुए कहा कि मैंने उन्हें गवर्नर ट्रूडो इसलिए बुलाया क्योंकि कनाडा को वास्तव में अमेरिका 51वां राज्य होना चाहिए। ट्रंप ने कहा कि यह एक बेहतरीन राज्य होगा और कनाडा के लोग इसे पसंद करते हैं। वे कम कर देते हैं और उनके पास लगभग कोई सेना नहीं है। उनके पास बहुत छोटी सेना है। वे 1 प्रतिशत से भी कम कर देते हैं। साथ ही वे नाटो में सबसे कम करदाता हैं और उन्हें बहुत अधिक कर देना चाहिए। ट्रंप के इस प्रकार के बयान से एक बहस छिड़ गई है। ट्रंप के ऐसा लिखते ही पूरी दुनिया में सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई और कनाडा के अमेरिका का 51 वां राज्य बनने की चर्चाएं गरम हो गई है।

क्या एक देश किसी अन्य स्वतंत्र देश को अपने में शामिल कर सकता है? अंतरराष्ट्रीय कानून क्या कहते हैं?

यह सवाल अंतरराष्ट्रीय कानून, देशों की संप्रभुता और उनकी सहमति पर आधारित है। आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं:

1. संप्रभुता और सहमति का महत्व

संप्रभुता का नियम: अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत हर देश स्वतंत्र (sovereign) है। उसे अपने क्षेत्र और आंतरिक मामलों पर पूरा अधिकार है।
सहमति जरूरी: एक देश दूसरे देश को अपने में तभी शामिल कर सकता है जब दोनों देशों की सहमति हो। यह आमतौर पर समझौते (treaty), जनमत संग्रह (referendum), या संसद के माध्यम से होता है।
उदाहरण: 1990 में पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी ने सहमति से विलय (unification) किया।

2. अंतरराष्ट्रीय कानून क्या कहता है?

जबर्दस्ती कब्जा गैरकानूनी है: अगर कोई देश ताकत के बल पर किसी दूसरे देश को कब्जे में लेता है, तो यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।  
उदाहरण: 1990 में इराक ने कुवैत पर कब्जा किया, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने अवैध करार दिया।
आत्मनिर्णय का अधिकार (Self-Determination): अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक, हर देश के लोगों को यह तय करने का अधिकार है कि वे किसी अन्य देश के साथ जुड़ना चाहते हैं या नहीं।
वैश्विक मान्यता जरूरी: अगर दो देश विलय के लिए सहमत हैं, तो इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता (recognition) मिलनी चाहिए। 

3. विलय के तरीके

स्वैच्छिक समझौता (Voluntary Union)
 
उदाहरण: 1964 में तंजानिया का गठन तब हुआ जब तांगानिका और जंजीबार ने सहमति से विलय किया।
यह पूरी तरह आपसी सहमति पर आधारित था। 

जनमत संग्रह (Referendum) 

उदाहरण: 2014 में स्कॉटलैंड ने जनमत संग्रह करवाया कि वह यूनाइटेड किंगडम का हिस्सा रहना चाहता है या नहीं। 

संधि (Treaty) 
दो देश संधि के जरिए कानूनी रूप से विलय कर सकते हैं, जहां विलय की शर्तें तय की जाती हैं। 

4. जबर्दस्ती विलय क्यों गलत है?

आक्रामक कब्जा (Aggressive Annexation)
 
अंतरराष्ट्रीय कानून ताकत के बल पर विलय की अनुमति नहीं देता।

उदाहरण:

  • 2014 में रूस ने यूक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र पर कब्जा कर लिया। इसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अवैध माना।
  • 1990 में इराक का कुवैत पर हमला, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने निंदा की। 


उपनिवेशवाद (Colonization) 

  • 1960 के बाद संयुक्त राष्ट्र ने उपनिवेशवाद को अवैध करार दिया। 


5. अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भूमिका 

  • संयुक्त राष्ट्र (UN): यह सुनिश्चित करता है कि विलय अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करते हुए हो।
  • अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ): अगर विवाद होता है, तो यह अदालत फैसला करती है। 


6. चुनौती और परिणाम

कानूनी चुनौतियां

  • जबर्दस्ती विलय के मामले में अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध (sanctions) और कूटनीतिक संबंध खराब हो सकते हैं। 


राजनीतिक प्रभाव 

  • दो देशों के विलय में सरकार, संसाधनों और प्रतिनिधित्व जैसे मुद्दे उठते हैं। 


आर्थिक असर 

  • दो देशों की अर्थव्यवस्थाओं को मिलाना बड़ा चुनौतीपूर्ण काम है।


एक देश दूसरे देश को अपने में शामिल कर सकता है, लेकिन इसके लिए दोनों की सहमति और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन जरूरी है। जबर्दस्ती विलय गैरकानूनी है और इसके गंभीर राजनीतिक व कानूनी परिणाम हो सकते हैं। 

क्या हो अगर सच में कनाडा 51 वां राज्य बन जाए?
क्षेत्रफल: अमेरिका, रूस को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे बड़ा देश बन जाएगा, जिसका क्षेत्रफल लगभग 1,98,11,345 वर्ग किलोमीटर होगा. यह पूरे उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप का 80% और पूरी पृथ्वी के कुल भूमि क्षेत्र का 13% होगा।  

अर्थव्यवस्था: कनाडा क्षेत्रफल में अमेरिका का सबसे बड़ा राज्य बन जाएगा, जिसकी जीडीपी 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा होगी। आर्थिक दृष्टि से यह कैलिफोर्निया और टेक्सास के बाद अमेरिका का तीसरा सबसे बड़ा राज्य होगा, जो उसकी अर्थव्यवस्था को एक बड़ा बूस्ट देगा। इसके बाद, अमेरिका की कुल इकॉनमी लगभग 30 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी, जो चीन (17.79 ट्रिलियन डॉलर) की इकॉनमी को काफी पीछे छोड़ देगी। 

संसाधन: 51 वां राज्य बनने के बाद अमेरिका के पास संसाधनों का एक बड़ा भंडार आ जाएगा। अमेरिका आर्कटिक संसाधनों को अनलॉक कर सकेगा, और कनाडा की समृद्ध प्राकृतिक संपत्ति अमेरिका की हो जाएगी। इसमें दुनिया के सबसे बड़े ताजे पानी के भंडार और दुनिया के 13% तेल रिजर्व शामिल हैं। इससे अमेरिका 215 बिलियन बैरल्स के तेल रिजर्व के साथ सऊदी अरब (267 बिलियन बैरल्स) के बराबर पहुंच जाएगा, और वह रूस (100 बिलियन बैरल्स), इराक (145 बिलियन बैरल्स) और ईरान (208 बिलियन बैरल्स) को भी पीछे छोड़ देगा। 

सैन्य: कनाडा की उत्तरी सीमा क्षेत्रों और राज्यों के कारण अमेरिका का आर्कटिक में प्रभाव बढ़ जाएगा, जिससे वह रणनीतिक नॉर्थ वेस्ट पैसिज पर नियंत्रण प्राप्त कर सकेगा। कनाडा की 1 लाख की थल सेना अमेरिका में मिल जाएगी, कनाडाई वायुसेना के 65 फाइटर जेट और 143 हेलीकॉप्टर अमेरिका के हो जाएंगे। इसके साथ ही, कनाडाई नौसेना के 14 युद्धपोत (फ्रिगेट) और 4 पनडुब्बियां भी अमेरिका के नियंत्रण में आ जाएंगी। 

जनसंख्या: कनाडा के जुड़ने के बाद अमेरका की 34 करोड़ की आबादी में लगभग 4 करोड़ और जुड़ जाएंगे और कुल आबादी एक झटके में 39 करोड़ पहुंच जाएगी।


 

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