Edited By Tanuja,Updated: 19 Sep, 2024 01:17 PM
मध्य यूरोप के 6 देशों में आई भीषण बाढ़ से भारी तबाही मची हुई है। तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और बाढ़ से लाखों लोग...
International Desk: मध्य यूरोप के 6 देशों में आई भीषण बाढ़ से भारी तबाही मची हुई है। तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। अब तक 22 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में रोमानिया, पोलैंड, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रिया, स्लोवाकिया और हंगरी शामिल हैं। बाढ़ से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश होने की संभावना जताई है, जिससे बाढ़ की स्थिति और खराब हो सकती है। इन देशों की सरकारें और स्थानीय प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और बाढ़ के प्रभाव को कम करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं, लेकिन स्थिति अभी भी नियंत्रण से बाहर है। यह बाढ़ न केवल जान-माल का नुकसान कर रही है, बल्कि इन देशों के लिए गंभीर आर्थिक और सामाजिक संकट भी पैदा कर रही है।
प्रभावित देशों के नाम व स्थिति
Romania: रोमानिया में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। कई क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं। कई स्थानों पर सड़कें और पुल बह जाने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।
Poland:पोलैंड में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर है, जहां 7 लोगों की मौत हो चुकी है। देश का तीसरा सबसे बड़ा शहर, रोक्लॉ (Wrocław), ओडेर और बिस्त्रजिका नदियों के उफान से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। कई इलाकों में घरों और इमारतों में कमर तक पानी भर चुका है। पोलैंड में एक 44 वर्षीय आईटी प्रोग्रामर माइकल नाकीविज राहत कार्यों में सहयोग कर रहे हैं और बता रहे हैं कि यहां लोग एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं, चाहे वे छोटे बच्चे हों या बुजुर्ग।
Czech Republic: चेक गणराज्य में बाढ़ से अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा नुकसान पोलैंड से सटे सीमा क्षेत्र में हुआ है, जहां नदियों में तेज बहाव के कारण कई ऐतिहासिक कस्बे बर्बाद हो गए हैं। पुल और इमारतें बह चुकी हैं, और सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
Austria: ऑस्ट्रिया में बाढ़ के कारण 5 लोगों की मौत हो चुकी है। कई इलाकों में घरों और सड़कों पर पानी का बहाव इतना तेज है कि प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना को तैनात किया गया है।
Slovakia and Hungary: स्लोवाकिया और हंगरी में भी भारी तबाही मची है। हंगरी के बुडापेस्ट शहर को डानुबे नदी के उफान से खतरा है, जहां पानी के स्तर को नियंत्रित करने के लिए मोबाइल डैम लगाए गए हैं। वाइसग्राद और जेनटेंड्रे क्षेत्रों में बाढ़ के कारण सड़कों और घरों में पानी भर गया है।
बचाव व राहत कार्य
बाढ़ प्रभावित इलाकों में हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टरों और नावों का उपयोग किया जा रहा है। पोलैंड के रोक्लॉ चिड़ियाघर में जानवरों को बचाने के लिए लोगों से मदद की अपील की गई है। यहां सैंडबैग लगाए जा रहे हैं ताकि बाढ़ का पानी जानवरों तक न पहुंचे। चेक गणराज्य के गवर्नर जोसेफ बेलिका ने बताया कि अब तक 15,000 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिन अत्यधिक चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं और सभी को सतर्क रहने की सलाह दी है।
अरबों डॉलर का हुआ नुकसान
इस बाढ़ से मध्य यूरोप में अरबों डॉलर का नुकसान हो चुका है। इंश्योरेंस कंपनियों का अनुमान है कि अकेले चेक गणराज्य में ही लगभग 63,040 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। प्रभावित देशों में बुनियादी ढांचे, फसलों, और ऐतिहासिक धरोहरों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। बाढ़ के दौरान कुछ जगहों पर लूटपाट की घटनाएं भी सामने आई हैं। खाली घरों का फायदा उठाकर कुछ अपराधियों ने चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है, जिससे कानून और व्यवस्था की स्थिति और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गई है। कई इलाकों में बिजली और पानी की सप्लाई ठप हो गई है। हजारों घरों में बिजली नहीं है, जिससे लोगों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है। संचार व्यवस्था भी बाधित हुई है, जिससे राहत कार्यों में देरी हो रही है।