Edited By Tanuja,Updated: 16 May, 2024 06:40 PM
कंबोडिया पर बढ़ते चीन के प्रभाव को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दोनों देशों ने बृहस्पतिवार को 15 दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है।...
इंटरनेशनल डेस्कः कंबोडिया पर बढ़ते चीन के प्रभाव को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दोनों देशों ने बृहस्पतिवार को 15 दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। कंबोडिया के लगभग 1,315 सैन्यकर्मी और चीन के 760 सैन्यकर्मी थल और जल सैन्याभ्यास ‘‘गोल्डन ड्रैगन'' में भाग ले रहे हैं। इसके अलावा चीन के तीन और कंबोडिया के 11 पोत भी इसका हिस्सा हैं। पहले चरण का अभ्यास कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह के उत्तर पश्चिम में लगभग 90 किलोमीटर दूर जंगल और पहाड़ी क्षेत्र में सैन्य अड्डों पर शुरू किया गया है।
कंबोडिया की सेना के कमांडर इन चीफ जनरल वोंग पिसेन ने नए उपकरण उपलब्ध कराने और रीम नामक नौसैनिक अड्डे समेत अन्य सैन्य सुविधाओं को उन्नत बनाने में मदद करने के लिए चीन को धन्यवाद दिया। अमेरिका और अन्य देश इस बात को लेकर चिंचित हैं कि रीम पर एक गोदी के निर्माण में चीन की भागीदारी से यह थाईलैंड की खाड़ी पर चीन की नौसेना के लिए नयी निगरानी चौकी बन सकता है।
इसके अलावा, चीन के युद्धपोत पांच माह से अधिक समय से गोदी पर खड़े होने से अमेरिका और अन्य देशों की चिंताओं को बल मिला है। कंबोडिया ने हालांकि इस पर जोर दिया कि उनका संविधान उनके क्षेत्र में विदेशी सैन्य बलों की तैनाती पर रोक लगाता है और रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीन के दो युद्धपोत गोदी का ‘‘परीक्षण'' कर रहे हैं और अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए यहां पर हैं।