Edited By Parveen Kumar,Updated: 18 Sep, 2024 09:01 PM
चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट को रोकने और मांग बढ़ाने के लिए सरकार को अब उन कदमों पर विचार करना पड़ रहा है, जिन पर पहले उसने प्रतिबंध लगाया था।
नेशनल डेस्क : चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट को रोकने और मांग बढ़ाने के लिए सरकार को अब उन कदमों पर विचार करना पड़ रहा है, जिन पर पहले उसने प्रतिबंध लगाया था। हाल ही में चीन के हैनान प्रांत के हैकोउ में अमेरिकी रैपर "ये" के शो ने देश में चर्चा का विषय बना दिया है। स्थानीय मीडिया, ग्लोबल टाइम्स, के अनुसार, इस शो को देखने के लिए 42,000 लोग एकत्रित हुए। ये, जिन्हें पहले कान्ये वेस्ट के नाम से जाना जाता था, ने चीन में अपना आखिरी शो 2008 में किया था। बीजिंग ने लंबे समय से भाषण, संगीत और विशेषकर हिप-हॉप पर कई प्रतिबंध लगाए हुए हैं, जिससे देश में इस तरह के प्रदर्शनों में भारी कमी आई है।
हालांकि, "ये" के शो को चीनी सरकार द्वारा मंजूरी मिलना पूरी दुनिया के मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है। अमेरिका और यूरोप के कई प्रमुख अखबारों ने इस शो से संबंधित खबरों को प्रमुखता से छापा है। इस अमेरिकी रैपर ने अपने नए एल्बम "वल्चर्स" से जुड़े गीतों का प्रदर्शन किया और दर्शकों से खूब वाहवाही बटोरी। इस शो ने चीन की आर्थिक स्थिति और सांस्कृतिक नीतियों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार अब बदलाव के लिए तैयार है।
बड़े कलाकारों पर प्रतिबंध लगा चुका है चीन
कोरोना महामारी से पहले भी चीन का दौरा करने वाले बड़े विदेशी कलाकारों की संख्या घट रही थी, क्योंकि अधिकारियों ने भाषण पर प्रतिबंध लगाए थे। बॉन जोवी और मैरून 5 जैसे कलाकारों के शो अचानक रद्द कर दिए गए थे , जिससे अटकलें लगाई गईं कि बैंड के सदस्यों द्वारा तिब्बती स्वतंत्रता के समर्थन में व्यक्त किए गए विचार इसके लिए जिम्मेदार थे। जस्टिन बीबर को 2017 में चीन से प्रतिबंधित कर दिया गया था, क्योंकि बीजिंग की स्थानीय सरकार ने उनके व्यवहार को "खराब आचरण" कहा था। चीन के अधिकारियों ने 2018 में हिप-हॉप पर भी युद्ध की घोषणा की, जिसमें राज्य मीडिया ने कहा कि जो कलाकार महिलाओं का अपमान करते हैं और मादक द्रव्यों के सेवन को बढ़ावा देते हैं, उन्हें "मंच नहीं मिलना चाहिए।"
चीन को अपनी नीति से करना पड़ा समझौता
न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने कोरोना महामारी के बाद पहली बार देश की सीमाएं खोली हैं और इस तरह के शो के लिए सीमाएं खोलने का मकसद देश में कंज्यूमर स्पेंडिंग को बढ़ाने का है। इस मकसद से ऐसे कलाकारों के शो की परमिशन दी जा रहे है जिन्हे युवा पसंद करते हैं और जिनकी इंटरनेट पर अच्छी फैन फॉलोइंग। चीन के शेनजेन प्रांत के आई टी प्रोफेशनल रिकार्डो शी ने कहा कि मुझे 700 डालर की टिकट खर्च कर ये को देखने के लिए हैकोउ में जाना पड़ा लेकिन मुझे लगता है ये को निजी तौर पर देखने और उनके शो का आनंद उठाने के लिए यह रकम ज्यादा नहीं है।
रिकार्डो जैसे हजारों युवाओं ने इस शो में आने के लिए हजारों दलार का खर्च किया है। सरकार पिछले लंबे समय से बेल्जियम के आकार के बराबर वाले टापूनुमा हैनान प्रांत को इंटरनेशनल ट्रेड सेंटर के रूप में बदलने की कोशिश कर रही है। इस प्रान्त में वीजा फ्री एंट्री दी गई है और यहाँ आ कर खरीददारी करने पर कोई टैक्स भी नहीं लगता। हैनान की सरकार ने और अधिक विश्व स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों को आकर्षित करने की प्रतिबद्धता जताई है।