ड्रैगन का नया प्लानः China अब पृथ्वी और चंद्रमा के बीच बना रहा "Superhighway"

Edited By Tanuja,Updated: 24 Jul, 2024 06:35 PM

china plans to connect earth and moon with superhighway

चीन ने पृथ्वी और चंद्रमा के बीच एक सुपरहाईवे (Superhighway) बनाने की योजना बनाई है। इस सुपरहाईवे का उद्देश्य अंतरिक्ष में यात्रा और...

इंटरनेशनल डेस्कः चीन ने पृथ्वी और चंद्रमा के बीच एक सुपरहाईवे (Superhighway) बनाने की योजना बनाई है। इस सुपरहाईवे का उद्देश्य अंतरिक्ष में यात्रा और संसाधनों के उपयोग को आसान और सुरक्षित बनाना है। चीन के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी और चंद्रमा के बीच नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने लिए एक रोडमैप तैयार किया है, जिससे अंतरिक्ष यात्रा आसान होने की उम्मीद है।  चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (CAST ) और बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेसक्राफ्ट सिस्टम इंजीनियरिंग के शोधकर्ताओं के अनुसार, तीन लूनर ग्राउंड स्टेशनों और 30 सैटेलाइट का पूरा नेटवर्क ग्लोबल यूजर्स की मॉनिटरिंग सर्विस, नेविगेशन और रियल टाइम कम्युनिकेशन प्रदान करेगा।  इस सुपरहाइवे को बनाने का उद्देश्य 20 या अधिक अंतरिक्ष यात्रियों को ऑडियो, इमेज या वीडियो के माध्यम से एक साथ पृथ्वी के साथ संवाद करने की सुविधा प्रदान करना है।

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इस सुपरहाईवे में कई स्पेस स्टेशन होंगे, जो पृथ्वी और चंद्रमा के बीच स्थित होंगे। ये स्टेशन यात्रियों और मालवाहकों को आराम और पुनःपूर्ति के लिए काम आएंगे। सुपरहाईवे पर कई स्थानों पर अंतरिक्ष यान के लिए ईंधन भरने की सुविधा होगी। विभिन्न स्पेस स्टेशनों पर रखरखाव और मरम्मत केंद्र भी होंगे, ताकि किसी भी तकनीकी समस्या का तुरंत समाधान हो सके। चीन इस परियोजना के लिए उन्नत रॉकेट तकनीक का उपयोग करेगा, जो अधिक भार वहन करने और लंबी दूरी तय करने में सक्षम होंगे।  सुपरहाईवे पर ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए एक उन्नत स्पेस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किया जाएगा।
 
Superhighway का क्या होगा फायदा ?

  •  यह परियोजना अंतरिक्ष यात्रा को आसान और नियमित बनाएगी, जिससे अधिक वैज्ञानिक अनुसंधान और व्यावसायिक गतिविधियाँ संभव हो सकेंगी।
  • Superhighway से चंद्रमा पर खनिज और अन्य संसाधनों का उपयोग बढ़ेगा, जिससे पृथ्वी पर संसाधनों की कमी को पूरा किया जा सकेगा। 
  •  इस परियोजना से अंतरिक्ष पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे लोग अंतरिक्ष यात्रा का अनुभव कर सकेंगे।
  • इस परियोजना को सफल बनाने के लिए कई तकनीकी समस्याओं का समाधान करना होगा, जैसे अंतरिक्ष में निर्माण, रखरखाव, और सुरक्षा।
  •  इस परियोजना के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समर्थन की आवश्यकता होगी, क्योंकि अंतरिक्ष एक वैश्विक संसाधन है और इसके उपयोग के लिए नियम और दिशा-निर्देश जरूरी हैं।
  •  चीन का पृथ्वी और चंद्रमा के बीच सुपरहाईवे बनाने का प्रयास अंतरिक्ष में मानवता की उपस्थिति को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।
  • यह परियोजना न केवल वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान और संसाधनों के उपयोग में भी क्रांति ला सकती है।
  • यह नेटवर्क स्पेसक्राफ्ट के चंद्रमा और पृथ्वी के बीच यात्रा करते समय और लूनर सर्फेस पर ऑपरेशन करते समय सटीक स्थिति, नेविगेशन और समय (पीएनटी) भी उपलब्ध कराएगा।

  
शोधकर्ताओं ने जून में चाइनीज स्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी मैगजीन में लिखा था कि यह नेटवर्क मूविंग टारगेट की मॉनिटरिंग करेगा, जिन्हें 'सिस्लूनर स्पेस' कहा जाता है, जो पृथ्वी और चंद्रमा के बीच के क्षेत्र में हैं, भले ही वे एक मीटर जितने छोटे हों। चीन के चांग’ई-5 मिशन के मुख्य डिजाइनर यांग मेंगफेई की अगुआई वाली टीम ने कहा, 'सिस्लूनर स्पेस अंतरिक्ष मानवीय गतिविधियों के लिए एक नया क्षेत्र बन गया है। '

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