Edited By Parminder Kaur,Updated: 04 Jan, 2025 01:20 PM
चीन श्रीलंका को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इस बार उसने मानवीय सहायता के तहत श्रीलंका के स्कूलों के बच्चों को स्कूली ड्रेस मुहैया करवा कर बड़ा कदम उठाया है। 2023 में चीन ने 32 लाख बच्चों को ड्रेस दी थी और 2024 में 37 लाख बच्चों को ड्रेस दी।...
इंटरनेशनल डेस्क. चीन श्रीलंका को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इस बार उसने मानवीय सहायता के तहत श्रीलंका के स्कूलों के बच्चों को स्कूली ड्रेस मुहैया करवा कर बड़ा कदम उठाया है। 2023 में चीन ने 32 लाख बच्चों को ड्रेस दी थी और 2024 में 37 लाख बच्चों को ड्रेस दी। इस साल चीन ने सभी 46 लाख सरकारी स्कूलों के बच्चों को स्कूली ड्रेस देने का ऐलान किया है। इसके अलावा पूर्वी श्रीलंका में बाढ़ से प्रभावित लगभग 50 हजार लोगों को भी चीन ने मुफ्त राशन मुहैया कराया है और चिकित्सा शिविर भी लगाए हैं। यह बाढ़ पिछले साल नवंबर में आई थी और चीन के शिविर एक महीने से भी ज्यादा समय बाद भी जारी हैं। इन शिविरों में बाढ़ पीड़ितों को कंबल और अस्थायी टेंट भी दिए गए हैं।
चीन ने श्रीलंका के लगभग 13 हजार सरकारी कर्मचारियों को भी ट्रेनिंग दी है। पिछले दो सालों में यह ट्रेनिंग दी गई और इस साल भी इसके जारी रहने की संभावना है। चीन ने श्रीलंकाई कर्मचारियों को अपनी टेक्नोलॉजी और सॉफ़्टवेयर का प्रशिक्षण दिया है। इसके साथ ही नियमित टेक्निकल अपडेट्स भी दिए जा रहे हैं ताकि कर्मचारियों की कार्यकुशलता बढ़ाई जा सके।
श्रीलंका में चीन के राजदूत क्वी जेनहॉन्ग नियमित रूप से श्रीलंकाई अधिकारियों से मुलाकातें करते हैं और चीन की सहायता योजनाओं की निगरानी करते हैं। 2024 के सितंबर में श्रीलंका में कम्युनिस्ट नेता अनुरा कुमारा दिसानायके की राष्ट्रपति पद की जीत के बाद चीन की गतिविधियों में और तेजी आई है।