Edited By Tanuja,Updated: 10 Oct, 2024 06:43 PM
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बृहस्पतिवार को अपनी पार्टी को देश में बुजुर्गों की तेजी से बढ़ती आबादी पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। चीन में...
Bejing: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बृहस्पतिवार को अपनी पार्टी को देश में बुजुर्गों की तेजी से बढ़ती आबादी पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। चीन में बुजुर्गों की संख्या 30 करोड़ हो गई है, जिससे विवाह और जन्मदर में गिरावट के कारण जनसांख्यिकीय संकट बढ़ गया है। चीन की 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र की आबादी 2023 के अंत तक 30 करोड़ हो गई। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की बृहस्पतिवार की रिपोर्ट के अनुसार, अनुमान है कि यह 2035 तक 40 करोड़ से अधिक हो जाएगी और 2050 तक इसके 50 करोड़ पर पहुंच जाने की संभावना है।
चीन में शुक्रवार को ‘वरिष्ठ नागरिक दिवस' मनाया जाता है। इस दिवस की पूर्व संध्या पर शी ने बुजुर्ग लोगों को शुभकामनाएं देते हुए सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की समितियों और सभी स्तरों की सरकारों से बुजुर्गों से संबंधित कार्यों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। चीनी बुजुर्ग ज्यादातर राज्य की सामाजिक सुरक्षा सहायता पर निर्भर हैं जो गिरती अर्थव्यवस्था के बीच राज्य की वित्तीय स्थिति पर विपरीत असर डाल रही है। चीन ने कभी दशकों तक एक-बच्चा नीति को सख्ती से लागू किया था। अधिकारियों ने कहा कि अधिक उम्र के लोगों की बढ़ती आबादी के अलावा, चीन एक गंभीर जनसांख्यिकीय संकट का सामना कर रहा है जिसका मुख्य कारण एक बच्चे की नीति है। चीन ने आखिरकार 2016 में इस नीति को खत्म कर दिया और सभी जोड़ों को दो बच्चे पैदा करने की अनुमति दे दी गई। चीन ने बढ़ती लागत के कारण अधिक बच्चे पैदा करने के प्रति दम्पतियों की अनिच्छा को दूर करने के प्रयास में लोगों को तीन बच्चे पैदा करने की अनुमति देते हुए 2021 में जनसंख्या नीति को संशोधित कर दिया।
पेंशन और वृद्धावस्था देखभाल की बढ़ती लागत के बीच चीन ने पिछले महीने कामकाजी आबादी की सेवानिवृत्ति उम्र बढ़ा दी जिससे जनता में नाराजगी फैल गई। अगले साल की शुरुआत से पुरुषों के लिए सेवानिवृत्ति की उम्र 60 से बढ़कर 63 वर्ष और महिला कर्मचारियों के लिए यह 55 की बजाय 58 वर्ष होगी। हुआंग ने पहले हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट को बताया, ‘‘जैसे-जैसे जन्म दर गिर रही है और जीवन प्रत्याशा बढ़ रही है, बुजुर्गों का अनुपात भी बढ़ रहा है, जिसका मतलब है कि कामकाजी आबादी, या पेंशन पूल में भुगतान करने वाले लोग कम होते जा रहे हैं।'' ‘चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज' ने चेतावनी दी है कि मौजूदा रुझानों के आधार पर 2035 तक पेंशन प्रणाली में पैसा खत्म हो जाएगा।