Edited By Tanuja,Updated: 20 May, 2024 07:09 PM
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हैलीकॉप्टर क्रैश में मौत पर अब चीन के अधिकारियों व एक्सपर्ट्स का बयान भी सामने आया है। उन्होंने ...
इंटरनेशनल डेस्कः ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हैलीकॉप्टर क्रैश में मौत पर अब चीन के अधिकारियों व एक्सपर्ट्स का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि ईरान घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई चुनौतियों का सामना कर रहा है इसलिए राष्ट्रपति रईसी के साथ हुए हादसे को सिर्फ दुर्घटना कहना मुश्किल है। 19 मई को रईसी विदेश मंत्री हुसैन अमीर अबुदल्लाहियन के साथ हेलीकॉप्टर में अजरबैजान जा रहे थे, जो दुर्गम घाटी में क्रैश हो गया। चीन ने राष्ट्रपति रायसी की मृत्यु के संबंध में अपनी संवेदना व्यक्त की है । चीनी अधिकारियों ने शोक की इस अवधि के दौरान ईरान के प्रति सहानुभूति और एकजुटता व्यक्त की और क्षेत्रीय स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
सोमवार 20 मई को बचावकर्मियों को बड़ी मुश्किल से ड्रोन की मदद से हेलीकॉप्टर का मलबा मिला और उनके शव मिलने के कुछ देर बाद राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि कर दी गई। हादसे के लिए कोहरे को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है लेकिन कई लोगों को लगता है कि यह हादसा कोई साजिश भी हो सकती है, जिसमें किसी देश का हाथ होने की शंका जता जा रही है । इसकी वजह है ईरान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। इजरायल के साथ उसके ताजा तनाव पर भी कई ने ध्यान आकर्षित किया है।
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीनी एक्सपर्ट्स का मानना है कि राष्ट्रपति रईसी के साथ हुए हादसे का कारण निर्धारित कर पाना मुश्किल है। इसके लिए सिर्फ कोहरे को जिम्मेदार नहीं मान सकते हैं। घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ईरान जिस तरह की परिस्थितियों का सामना कर रहा है, ऐसे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है. शंघाई इंटरनेशनल स्टडीज यूनिवर्सिटी के मिडिल ईस्ट स्टडीज इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर लियू झोंगमिन ने कहा कि अमेरिका और इजरायल के साथ ईरान के तनावपूर्ण संबंध हैं और हाल की घटनाओं से दोनों के बीच दूरियां और ज्यादा हो गई हैंषवहीं, ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या जैसी घटनाओं ने रईसी की मौत में किसी साजिश की गुंजाइश छोड़ दी है।
बता दें कि रविवार को यह हादसा अजरबैजान और ईरान की सीमा के पास हुआ । रईसी का हैलीकॉप्टर जहां क्रैश हुआ वह जगह ईरान की राजधानी तेहरान से 600 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा पर स्थित जोल्फा शहर के पास है। पिछले महीने ही ईरान ने इजरायल पर हमला किया था। सीरिया की राजधानी दमिश्क में उसके वाणिज्यिक दूतावास पर हुए हमले के बाद ईरान ने यह कदम उठाया। ईरान को शक है कि एंबेसी पर हमले में इजरायल का हाथ था।