Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Jun, 2024 05:30 PM
चीन के पूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू को भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों को लेकर सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ' ने बृहस्पतिवार को यह खबर दी। ली ल...
बीजिंग: चीन के पूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू को भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों को लेकर सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ' ने बृहस्पतिवार को यह खबर दी। ली लगभग दो महीने तक सार्वजनिक रूप से नदारद रहे थे, जिसके बाद अक्टूबर 2023 में उन्हें रक्षा मंत्री के पद से हटा दिया गया था।
इन दोनों नेताओं पर अवैध रूप से उपहार और पैसे लेने और रिश्वतखोरी का संदेह जताया गया है। ली शांगफू 12 मार्च 2023 से 24 अक्टूबर 2023 तक चीन के रक्षा मंत्री रहे। वहीं, वेई फेंगहे को 19 मार्च 2018 को रक्षा मंत्रालय की कमान सौंपी गई थी। वह 12 मार्च 2023 तक इस पद पर रहे। वेई फेंगहे पीएलए रॉकेट फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी थे, जिनके कई शीर्ष कमांडरों को राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में बर्खास्त कर दिया था।
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) के नेतृत्व ने गुरुवार को पार्टी अनुशासन और कानून के गंभीर उल्लंघन के लिए पूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू को निष्कासित करने का फैसला किया। CPC केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो की एक बैठक के अनुसार, ली को 20वीं CPC राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिनिधि के रूप में उनकी योग्यता से वंचित कर दिया गया। ली पहले केंद्रीय सैन्य आयोग (CMC) के सदस्य और राज्य पार्षद के रूप में भी काम कर चुके थे। CMC की अनुशासनात्मक और पर्यवेक्षी एजेंसी ने 31 अगस्त, 2023 को ली के खिलाफ जांच शुरू की।
जांच के निष्कर्षों के अनुसार, ली ने बेहद गंभीर प्रकृति के नियमों का उल्लंघन किया है, जिनका अत्यधिक हानिकारक प्रभाव और जबरदस्त नुकसान हुआ है। राजनीतिक ब्यूरो ने ली के संदिग्ध आपराधिक मामले को जांच और अभियोजन के लिए सेना के अभियोक्ता अंगों को सौंपने का भी फैसला किया।