कनाडा का चीन पर करारा प्रहार, चीनी इलेक्ट्रिक वाहनों पर 100% टैक्स का किया ऐलान

Edited By Tanuja,Updated: 04 Sep, 2024 04:34 PM

china s uses ev as its new trojan horse

चीन ने इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के उत्पादन को नए "ट्रोजन हॉर्स" के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है ताकि वह वैश्विक प्रतिस्पर्धा को खत्म कर सके।...

Bejing: चीन ने इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के उत्पादन को नए "ट्रोजन हॉर्स" के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है ताकि वह वैश्विक प्रतिस्पर्धा को खत्म कर सके। अमेरिका, यूरोपीय संघ, और कनाडा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चीनी आयात पर टैक्स बढ़ाने का फैसला किया है। चीन की इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन में बढ़त देखकर कई देशों ने इसे रोकने के लिए कदम उठाए हैं। यह देखा गया है कि चीन के अत्यधिक उत्पादन और सस्ते उत्पादों के कारण स्वस्थ प्रतिस्पर्धा खत्म हो रही है। कई देश अब बीजिंग पर अनुचित व्यापारिक प्रथाओं का आरोप लगा रहे हैं।

 

अमेरिका के बाद अब कनाडा ने भी चीनी EVs पर 100% टैक्स लगाने का फैसला किया है। यह टैक्स इस वजह से लगाया गया है ताकि चीनी कंपनियों की अनुचित प्रतिस्पर्धा को रोका जा सके। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में घोषणा की कि उनका देश चीनी EVs पर 100% टैक्स लगाएगा और चीन से आयातित स्टील और एल्युमिनियम पर 25% टैक्स भी लगाएगा। यह टैक्स 1 अक्टूबर से लागू होगा। चीनी दूतावास ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। चीन इस समय दुनिया का सबसे बड़ा EV निर्माता है और उसने 2023 में 1.5 मिलियन EVs का निर्यात किया था। लेकिन अन्य देश इसे अनुचित व्यापारिक प्रथा मानते हैं, क्योंकि चीन का अत्यधिक उत्पादन अन्य देशों की स्थानीय कंपनियों को प्रतिस्पर्धा से बाहर कर देता है।

 

ट्रूडो ने कहा कि चीन के साथ काम करने में कई समस्याएं हैं और चीनी EV कंपनियों को गलत व्यापारिक प्रथाओं के लिए दंडित किया जाएगा। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी चीनी EVs पर 100% टैक्स लगाने का फैसला किया था। यूरोपीय संघ ने भी चीनी EVs पर 36.3% तक टैक्स लगाया है। ये सभी कदम स्थानीय व्यवसायों पर पड़ने वाले दबाव के कारण उठाए गए हैं ताकि एक निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाया जा सके। कनाडा और चीन के बीच व्यापारिक संबंध अच्छे रहे हैं, लेकिन अब चीन पर लगाए गए इन टैक्सों से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।

 

कनाडा अब अपनी स्थानीय EV उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए बड़े-बड़े समझौते कर रहा है। हालांकि, सवाल यह है कि इन टैक्सों का वैश्विक EV खरीदारों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, खासकर टेस्ला जैसी कंपनियों पर जो चीन में अपने EVs का निर्माण करती हैं और उन्हें कनाडा में निर्यात करती हैं। इसके जवाब में विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ला अपनी उत्पादन प्रक्रिया को बदलकर कनाडा के लिए अमेरिका से वाहनों का निर्यात कर सकती है। बता देंकि   इन टैक्सों से चीन और पश्चिमी देशों के बीच व्यापार युद्ध और बढ़ सकता है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है।
 

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