Edited By Tanuja,Updated: 04 Dec, 2024 02:22 PM
चीनी सेना ने एकीकृत युद्ध तत्परता अभ्यास का नया मॉडल अग्रिम पंक्ति तक पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। इसका उद्देश्य सैनिकों को आधुनिक युद्ध परिस्थितियों के अनुसार तैयार...
बीजिंग: चीनी सेना ने एकीकृत युद्ध तत्परता अभ्यास का नया मॉडल अग्रिम पंक्ति तक पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। इसका उद्देश्य सैनिकों को आधुनिक युद्ध परिस्थितियों के अनुसार तैयार करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सुधार करना है। यह जानकारी चीनी सेना के ‘पीएलए डेली’ अखबार में दी गई। PLA डेली ने सोमवार को केंद्रीय सैन्य आयोग (CMC) के हवाले से बताया कि ‘एकीकृत प्रशिक्षण समूह अभ्यास का नया मॉडल’ अब अग्रिम पंक्ति तक पहुंच चुका है। अखबार के अनुसार, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम को आधुनिक युद्ध परिदृश्यों के अनुसार सुधारने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, ताकि सेना की तत्परता को और मजबूत किया जा सके।
हांगकांग के ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने रिपोर्ट के हवाले से बताया कि नए मॉडल में विभिन्न इकाइयों को एक टीम के रूप में काम करने का अभ्यास कराया जा रहा है, साथ ही युद्ध रणनीतियों का समन्वित उपयोग भी किया जा रहा है। रिपोर्ट में राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता वाले केंद्रीय सैन्य आयोग का हवाला देते हुए बताया गया कि यह कदम प्रशिक्षण को वास्तविक युद्ध परिस्थितियों के साथ और भी निकटता से जोड़ने का है, ताकि सैन्य तत्परता और अभियान क्षमता में समग्र सुधार हो सके। चीन का यह कदम भारत के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों देशों ने हाल ही में पूर्वी लद्दाख में अपने सैन्य गतिरोध को हल किया है। यह गतिरोध पिछले चार वर्षों से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव का कारण बना हुआ था।