Edited By Tanuja,Updated: 07 Oct, 2024 01:33 PM
पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची के जिन्ना इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा किए गए एक आत्मघाती हमले में 2 चीनी...
Karachi: पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची के जिन्ना इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा किए गए एक आत्मघाती हमले में 2 चीनी इंजीनियर मारे गए और 1 गंभीर रूप से घायल हो गया। हमला तब हुआ जब चीनी इंजीनियरों का दल एयरपोर्ट से बाहर निकल रहा था। चीनी दूतावास ने इस हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, इसे एक आतंकवादी घटना करार देते हुए पाकिस्तान सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी की माजिद ब्रिगेड ने ली है। संगठन ने बयान जारी कर कहा कि उनके आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी को चीनी इंजीनियरों के काफिले के पास उड़ा दिया। इस हमले में कई चीनी नागरिक और पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी भी मारे गए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुल 40 चीनी नागरिक उस समय कराची एयरपोर्ट पहुंचे थे। हमला स्थानीय समयानुसार रात 11 बजे हुआ।
चीनी दूतावास ने इस हमले के बाद पाकिस्तान सरकार से चीनी नागरिकों और परियोजनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल और कड़े कदम उठाने की मांग की है। इसके साथ ही, चीनी कंपनियों और नागरिकों को भी सुरक्षा के लिए अलर्ट रहने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की सलाह दी गई है। इससे पहले भी अप्रैल 2022 में कराची यूनिवर्सिटी के पास बलूच विद्रोहियों ने 3 चीनी शिक्षकों की हत्या कर दी थी, जिससे चीन में भारी आक्रोश पैदा हुआ था। सूत्रों के मुताबिक, चीन अब पाकिस्तान में अपने सुरक्षाबलों को तैनात करने की योजना बना रहा है। दोनों देशों के बीच इस पर एक समझौता भी हो चुका है। चीन पाकिस्तान से चाहता है कि वह आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाए, लेकिन आर्थिक संकट के चलते पाकिस्तानी सेना के पास ऐसे अभियानों के लिए आवश्यक संसाधन नहीं हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान सरकार ने 45 अरब रुपए की राशि सेना को प्रदान की है ताकि वह चीन के हितों और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सके।
बता दें कि पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची में 6 अक्टूबर को हुए हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें चीनी नागरिक शामिल थे।पाकिस्तानी समाचार चैनल जियो न्यूज के अनुसार, रविवार रात जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास हुए इस विस्फोट में तीन विदेशी नागरिकों की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए। सिंध प्रांत के गृह मंत्री ज़िया उल हसन लांजार ने बताया कि चीनी नागरिकों के काफिले को एक संदिग्ध आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) से निशाना बनाया गया था।चीनी दूतावास ने बयान में कहा कि यह हमला रात करीब 11 बजे हुआ, जब पोर्ट कासिम इलेक्ट्रिक पावर कंपनी का काफिला जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास आतंकवादियों के निशाने पर आया।
चीनी दूतावास ने चीनी नागरिकों और कंपनियों को सतर्क रहने और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की सलाह दी है। इस हमले के बाद चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए इमरजेंसी रिस्पॉन्स प्लान शुरू कर दिया गया है। हमले के बाद सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उधर, बलूच लिबरेशन आर्मी का कहना है कि वे चीन द्वारा बलूचिस्तान में हो रहे आर्थिक निवेश का विरोध करते हैं। चीन, पाकिस्तान में चल रहे सीपीईसी (चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर) परियोजनाओं में 60 अरब डॉलर से अधिक का निवेश कर रहा है, जिसमें बिजली संयंत्र और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे शामिल हैं। बलूच विद्रोही इन परियोजनाओं का विरोध करते हुए लगातार हमले कर रहे हैं और चीन को बलूचिस्तान से दूर रहने की चेतावनी दे रहे हैं। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की शिखर बैठक की तैयारी कर रहा है, जिसमें रूस और चीन सहित कई देशों के नेता भाग लेने वाले हैं।