Edited By Taranjeet Singh,Updated: 22 Dec, 2024 11:38 AM
जर्मनी के मैगडेबर्ग शहर में क्रिसमस बाजार के दौरान एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां एक सऊदी अरब के डॉक्टर ने अपनी कार भीड़ पर चढ़ा दी। इस हमले में अब तक पांच लोगों की...
International Desk: जर्मनी के मैगडेबर्ग शहर में क्रिसमस बाजार के दौरान एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां एक सऊदी अरब के डॉक्टर ने अपनी कार भीड़ पर चढ़ा दी। इस हमले में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 200 लोग घायल हुए हैं। हमलावर की पहचान 50 वर्षीय सऊदी नागरिक के रूप में हुई है, जो पिछले दो दशकों से जर्मनी में स्थायी निवास की अनुमति के साथ रह रहा था। घटना के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। शुरुआती जांच में पता चला कि यह व्यक्ति इस्लामोफोबिक विचारधारा रखता था, जिसका प्रमाण उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स से मिलता है।
वीडियो फुटेज में साफ दिखता है कि किस तरह संदिग्ध ने अपनी कार को भीड़ पर चढ़ा दिया और वहां से फरार हो गया। इस हादसे में सैकड़ों लोग हताहत हुए। जर्मन अधिकारियों ने शुरू में इसे संदिग्ध हमला बताया, लेकिन बाद में यह स्पष्ट हुआ कि हमलावर का इस्लाम विरोधी नजरिया इसका मुख्य कारण हो सकता है।
संदिग्ध डॉक्टर, जिसे जर्मन मीडिया "तालेब ए" कहकर संबोधित कर रहा है, 2020 से एक पुनर्वास केंद्र में मनोचिकित्सक के रूप में काम कर रहा था। हालांकि, अक्टूबर 2024 से वह बीमारी और छुट्टियों के चलते अपने काम पर नहीं जा रहा था। वह मैगडेबर्ग के पास बर्नबर्ग शहर में रहता था।
2019 में एक इंटरव्यू के दौरान उसने खुद को एक एक्टिविस्ट बताया था, जो सऊदी अरब से भागने वाले लोगों की मदद करता था। उसने जर्मनी में "wearesaudis.net" नामक एक प्लेटफॉर्म की स्थापना की, जो इस्लाम छोड़ चुके लोगों को समर्थन प्रदान करता है। बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री में उसने अपने नास्तिक विचारों को खुलकर साझा किया और इस्लाम की कड़ी आलोचना की। उसने यह तक कहा कि "इस्लाम में कुछ भी अच्छा नहीं है।"आंतरिक मंत्री नैन्सी फेसर ने घटना के मकसद और हमलावर के राजनीतिक कनेक्शन पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने यह स्वीकार किया कि संदिग्ध के इस्लामोफोबिक विचार स्पष्ट रूप से दिखते हैं।