Edited By Tanuja,Updated: 17 Dec, 2024 12:05 PM
पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा(, Khyber Pakhtunkhwa ) के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर (hief Minister Ali Amin Gandapur ) ने इमरान खान (Imran Khan) की रिहाई न होने पर
Peshawar: पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा(, Khyber Pakhtunkhwa ) के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर (hief Minister Ali Amin Gandapur ) ने इमरान खान (Imran Khan) की रिहाई न होने पर सशस्त्र विद्रोह की धमकी देकर देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। गंडापुर ने कहा है कि अगर पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता इमरान खान को जेल से रिहा नहीं किया गया, तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता बंदूकें लेकर सड़कों पर उतरेंगे। गंडापुर के इस बयान के बाद पाकिस्तान में गृहयुद्ध की आशंका और बढ़ गई है।
सरकार और PTIके बीच बढ़ता टकराव न केवल राजनीतिक अस्थिरता का संकेत देता है, बल्कि देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को और खराब कर सकता है।एबटाबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए गंडापुर ने इमरान खान से शांति की अपील बंद करने को कहा। उन्होंने कहा, "इमरान खान! अल्लाह के लिए, अब शांति की वकालत मत करो। अगली बार हम हथियारों के साथ निकलेंगे और दिखाएंगे कि कौन भागता है।" यह बयान तब आया है जब इमरान खान ने अपनी मांगों के समर्थन में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है। इमरान खान ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की पांच सदस्यीय वार्ता समिति का गठन किया है, जिसमें प्रमुख मांगें शामिल हैं:
1. राजनीतिक कैदियों की रिहाई।
2. 9 मई, 2023 की घटनाओं की न्यायिक जांच।
3. 26 नवंबर के पीटीआई प्रदर्शनकारियों पर हुई कार्रवाई की समीक्षा।
इमरान खान ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो 16 दिसंबर से व्यापक आंदोलन शुरू किया जाएगा। पिछले महीने इस्लामाबाद में इमरान खान की रिहाई को लेकर हुए पीटीआई प्रदर्शन में कथित तौर पर 12 कार्यकर्ताओं की मौत और 1,000 से अधिक गिरफ्तारियां हुई थीं। हालांकि, सरकार ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ लाइव गोला-बारूद का इस्तेमाल नहीं किया गया। इसके विपरीत, झड़पों में चार सुरक्षाकर्मियों की मौत का दावा किया गया। गंडापुर ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को "फासीवादी" बताते हुए कहा कि यह सरकार संविधान, कानून और नैतिकता का हनन कर रही है। उन्होंने सूचना मंत्री अत्ता तरार और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ सहित अन्य नेताओं पर तीखा हमला बोला।