Edited By Tanuja,Updated: 07 Jan, 2025 07:23 PM
सऊदी अरब Saudi Arabia के प्रमुख शहरों, मदीना (Medina), जेद्दा और मक्का (Mecca) में अचानक आई भारी बारिश और बाढ़ (Rain and Floods) ने पूरे क्षेत्र को प्रभावित कर दिया...
International Desk: सऊदी अरब Saudi Arabia के प्रमुख शहरों, मदीना (Medina), जेद्दा और मक्का (Mecca) में अचानक आई भारी बारिश और बाढ़ (Rain and Floods) ने पूरे क्षेत्र को प्रभावित कर दिया है। इस मौसमीय बदलाव के चलते सऊदी अरब के मौसम विभाग ने इन शहरों में रेड अलर्ट जारी किया है, और यह बदलाव जलवायु परिवर्तन के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। सोमवार से शुरू हुई बारिश बुधवार तक जारी रहने की संभावना जताई जा रही है। सऊदी अरब के कई बड़े शहरों में शुरू हुई बारिश के बाद क्षेत्र के मौसम में असामान्य बदलाव देखने को मिला है। सऊदी के नेशनल मेट्रोलॉजिकल सेंटर ने मक्का, रियाद, मदीना, अल-बाहा और तबुक क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
— Nanana365 (@nanana365media) January 6, 2025
मदीना में आई बाढ़ के कारण यातायात में अड़चनें आ रही हैं और कई जगहों पर जलभराव के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। सऊदी अरब के लोग इस बदलाव को देखकर चौंक गए हैं, क्योंकि इस देश को आमतौर पर सूखा और रेगिस्तानी इलाका माना जाता है। इस बदलाव को जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के रूप में देखा जा रहा है। जलवायु वैज्ञानिक मानते हैं कि बढ़ते तापमान और जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में मौसम के पैटर्न में बदलाव आ रहे हैं। सऊदी अरब में भी, जो कभी मुख्य रूप से रेगिस्तानी इलाका था, अब यहां की धरती पर हरी घास और पौधे उगते हुए दिख रहे हैं।
कयामत की निशानी: पैगंबर मोहम्मद ( Prophet Muhammad) की भविष्यवाणी
इस असामान्य मौसमीय बदलाव को लेकर कुछ लोग इसे पैगंबर मोहम्मद की भविष्यवाणी से जोड़कर देख रहे हैं। इस्लामिक मान्यता के अनुसार, पैगंबर मोहम्मद ने 1400 साल पहले यह कहा था कि "कयामत का दिन तब तक नहीं आएगा जब तक अरब की भूमि घास के मैदानों और नदियों में नहीं बदल जाएगी।" साथ ही, पैगंबर ने यह भी भविष्यवाणी की थी कि कयामत से पहले लोगों के पास इतना धन होगा कि कोई जकात लेने वाला नहीं मिलेगा। सऊदी अरब में बाढ़ और रेगिस्तान में हरियाली की स्थिति ने सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। लोग इन घटनाओं को पैगंबर की भविष्यवाणी से जोड़ते हुए यह मान रहे हैं कि यह कयामत की निशानियों में से एक हो सकता है। इस्लामिक समुदाय के कई लोग इसे एक धार्मिक चिह्न के तौर पर देख रहे हैं और मान रहे हैं कि कयामत का दिन करीब है।
मदीना, मक्का, और जेद्दा में सड़कों पर जलभराव
सऊदी अरब में आई बारिश और बाढ़ के कारण मदीना, मक्का, और जेद्दा में काफी असुविधा उत्पन्न हुई है। मदीना में भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया है और लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा है। मक्का में तीर्थयात्रियों को भी बारिश और बाढ़ का सामना करना पड़ा है, जिससे उनके लिए यात्रा करना मुश्किल हो गया है। पैगंबर मोहम्मद की भविष्यवाणी के साथ जुड़ी यह घटनाएँ सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही हैं। कुछ लोग इसे एक चमत्कारी घटना मान रहे हैं, जबकि कुछ अन्य इसे प्राकृतिक आपदा और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के रूप में देख रहे हैं।
जलवायु परिवर्तन का असर
जहां एक ओर धार्मिक दृष्टिकोण से इसे एक अहम घटना माना जा रहा है, वहीं विशेषज्ञ इसे जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के रूप में देख रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण वैश्विक तापमान में वृद्धि हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप मौसम के पैटर्न में असामान्य बदलाव देखने को मिल रहे हैं। सऊदी अरब के मौसम में अचानक बदलाव इस तथ्य का प्रतीक हो सकता है कि जलवायु परिवर्तन दुनियाभर में असर डाल रहा है और इसे भविष्य में और अधिक महसूस किया जाएगा। मक्का और मदीना में हर साल लाखों तीर्थयात्री आते हैं, और उन्हें इस समय भारी बारिश और बाढ़ के कारण असुविधा का सामना करना पड़ा है। तीर्थयात्रियों का कहना है कि उन्हें इस प्रकार की घटनाओं का सामना कभी नहीं हुआ। इस्लामिक समुदाय के कुछ लोग इसे कयामत की निशानी मानते हुए इसे एक सिग्नल के रूप में देख रहे हैं।