Edited By Tanuja,Updated: 21 Aug, 2022 04:54 PM
पाकिस्तान की गिरती आर्थिक स्थिति के बीच चीन अपने दोस्त पाकिस्तान की माली हालत को सुधारने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, बीजिंग...
इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान की गिरती आर्थिक स्थिति के बीच चीन अपने दोस्त पाकिस्तान की माली हालत को सुधारने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, बीजिंग द्वारा चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) शुरू करने के लगभग एक दशक बाद भी चीन पाकिस्तान में कोई निवेश लाने में विफल रहा है। इस बात का दावा खुद पाकिस्तान की शहबाज सरकार में मंत्री अहसान इकबाल ने किया है।
योजना एवं विकास मंत्री अहसान इकबाल ने कहा है कि बीजिंग लगातार पाकिस्तान में बुनियादी ढांचे के विकास का समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा कि 2014 में राष्ट्रपति शी चिनपिंग ने इस्लामाबाद की अपनी यात्रा के दौरान CPEC के तहत 46 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश करने की घोषणा की थी। गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्राधिकरण के गठन के बाद सीपीईसी परियोजना में एक भी डॉलर का निवेश नहीं किया गया है।
बता दें कि CPEC प्राधिकरण का गठन 2019 में अपनी परियोजनाओं पर प्रगति और संबंधित विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित करने के लिए किया गया था। हालांकि, मंत्री ने सीपीईसी प्राधिकरण को फटकार लगाते हुए कहा कि स्थापना के तीन साल बाद से वह किसी भी निवेश को आकर्षित करने में सक्षम नहीं है। बुधवार को एक समाचार रिपोर्ट में उनके हवाले से सीपीईसी प्राधिकरण को भंग करने का आह्वान किया गया था।