Edited By Tanuja,Updated: 25 Jun, 2024 01:19 PM
सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान मारे गए मिस्र के हज यात्रियों को लेकर हुआ चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सऊदी सरकार ने बताया कि अब तक 1300...
दुबईः सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान मारे गए मिस्र के हज यात्रियों को लेकर हुआ चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सऊदी सरकार ने बताया कि अब तक 1300 हज यात्रियों की मौत हुई है और इनमें सबसे ज्यादा मिस्र के 658 हैं। सऊदी अरब ने अभी तक अपने नागरिकों की कुल मौत का आंकड़ा जारी नहीं किया है, इसलिए आशंका है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ेगी। इसके बाद इंडोनेशिया के 199 और भारत के 98 हैं। वहीं जॉर्डन से 75, ट्यूनीशिया से 49 पाकिस्तान से 35 और ईरान से 11 हज यात्रियों की मौत की खबर है।
चौंकाने वाली बात यह है कि मिस्र के मारे गए 658 हज यात्रियों में से 630 बिना वीजा के हज के लिए गए थे। इस भयावह समस्या से निपटने के लिए मिस्र ने क्राइसिस सेंटर का गठन किया है। मिस्र के सांसद महमूद कासिम ने टूर ऑपरेटरों पर हज यात्रियों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कई हज यात्रियों को टूर ऑपरेटरों ने उचित सुविधाएं नहीं दी, जिससे उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और इससे उनकी मौत हो गई। मिस्र ने हज यात्रियों से धोखाधड़ी करने वाली टूर ऑपरेटर कंपनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पीएम मुस्तफा ने 16 कंपनियों के लाइसेंस रद्द करने का आदेश दिया है।
इसके अलावा इन कंपनियों पर मुकदमा चलाने और जुर्माना लगाने का भी आदेश दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हज यात्रा के दौरान मारे गए यात्रियों के शव सड़कों पर पड़े हुए थे और इन्हीं के बीच से बाकी यात्री हज करने जा रहे थे। इस साल बड़ी संख्या में हज यात्रियों के मरने के पीछे की बड़ी वजह भीषण गर्मी का होना है। मक्का में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से 50 डिग्री तक पहुंचने के कारण कई हज यात्रियों की लू के चलते मौत हो गई। सऊदी सरकार के मुताबिक, अब तक 2,700 से ज्यादा हज यात्री हीट स्ट्रोक की चपेट में आ चुके हैं। हज पर जाने के लिए हज यात्री टूर ऑपरेटर का भी सहारा लेते हैं। इसके लिए ऑपरेटर पैकेज लेकर उचित सुविधा जैसे रहने, खाने और ट्रांसपोर्ट जैसी तमाम जरूरी चीजें मुहैया कराने का वादा करते हैं।
जुर्माने से जब्त राशि को हज यात्रा के दौरान हादसे का शिकार हुए लोगों में बांटने काे कहा गया है। दूसरी तरफ, बड़ी संख्या में मौतों के कारण ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति ने धार्मिक मामलों के मंत्री को बर्खास्त कर दिया। हज यात्रा के लिए विशेष हज वीजा की जरूरत होती है। हालांकि कुछ लोग इसके बजाय टूरिस्ट वीजा लेकर सऊदी आते हैं और हज पर चले जाते हैं। सऊदी अधिकारी के मुताबिक बिना रजिस्ट्रेशन के हज पर आने से इस बार भीड़ बढ़ गई। दूसरी तरफ, बिना वीजा हज के लिए आने वाले लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने पर भी प्रशासन से बचने की कोशिश करते हैं। इन कारणों से भी इस साल मौत की संख्या में इजाफा हुआ है। दरअसल, हज यात्रियों की पहचान के लिए नुसुक कार्ड जारी होता है। हालांकि, इनकी संख्या ज्यादा होने के कारण बिना हज वीजा के आए लोगों की पहचान करना मुश्किल होता है, जिस कारण टूरिस्ट भी हज करने में सफल हो जाते हैं।