Edited By Rahul Rana,Updated: 05 Nov, 2024 03:02 PM
सऊदी अरब का नाम सुनते ही सबसे पहला ख्याल क्या आता है रेत और रेगिस्तान का लेकिन जो ताजा नज़ारा सऊदी अरब से देखने को मिला है, उनमें रेगिस्तान बर्फिस्तान में बदल गया है और रेत की वादियों में हर तरफ बर्फ की चादर बिछ गई है।
इंटरनेशनल डेस्क। सऊदी अरब का नाम सुनते ही सबसे पहला ख्याल क्या आता है रेत और रेगिस्तान का लेकिन जो ताजा नज़ारा सऊदी अरब से देखने को मिला है, उनमें रेगिस्तान बर्फिस्तान में बदल गया है और रेत की वादियों में हर तरफ बर्फ की चादर बिछ गई है। यह नज़ारा देखकर ऐसा लग रहा है जैसे सऊदी अरब नहीं अंटार्टिका का कोई इलाका हो क्योंकि यहां हर तरफ इतनी बर्फ और बर्फ के गोले नजर आ रहे हैं जोकि यह सऊदी अरब के इतिहास में यह पहली बार है, जब वहां बर्फ गिरी है।
चंद मिनटों में गिरे इतने ओले
दरअसल सऊदी का ये हाल अचानक हुई ओलों की बारिश के बाद हुआ। चंद मिनटों में इतने ओले गिरे कि रेत के रेगिस्तान बर्फिस्तान बन गए और सड़क से मैदान तक बर्फीले ओलों की चादर नजर आने लगी। कहीं ओलों की चादर से लिपटे हाईवे से गाड़ियां गुजर रही हैं तो कहीं ड्रोन से ली गई एक तस्वीर में रेत के टीले किसी बर्फीले पहाड़ की तरह नजर आ रहे हैं।
रेत के मैदान पर बिछे बर्फ के ओले
एक तस्वीर तो और भी दिलचस्प है, जिसमें रेत के मैदान और उनपर बिछे ओले साफ नजर आ रहे हैं। सऊदी के लोग इस खूबसूरत नजारे का लुत्फ उठाते हुए नजर आए। दरअसल ग्लोबल वार्मिंग के चलते दुनिया ने मौसम में कई उलटफेर देखे।
जानकारी के लिए बता दें कि सऊदी अरब ही इकलौता ऐसा देश नहीं है जो असामान्य मौसम पैटर्न का सामना कर रहा है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भी इसी तरह के मौसम की मार झेल रहा है। 14 अक्टूबर को यूएई के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कई क्षेत्रों में संभावित वर्षा गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना के बारे में अलर्ट जारी किया था। यूएई के मौसम विभाग ने इन परिवर्तनों को अरब सागर से ओमान की ओर बढ़ने वाले निम्न दबाव प्रणालियों के लिए जिम्मेदार ठहराया, जिसने पूरे क्षेत्र में मौसम की स्थिति को प्रभावित किया।