Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 10:00 PM

शारीरिक रूप से अशक्त लोगों के अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाने और उनकी जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए एक भारतीय डॉक्टर एवं विकलांगता अधिकार कार्यकर्ता को अमरीका में प्रतिष्ठित हेनरी विस्कार्डी अचीवमेंट अवार्ड दिया गया।
न्यूयार्क: शारीरिक रूप से अशक्त लोगों के अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाने और उनकी जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए एक भारतीय डॉक्टर एवं विकलांगता अधिकार कार्यकर्ता को अमरीका में प्रतिष्ठित हेनरी विस्कार्डी अचीवमेंट अवार्ड दिया गया।
40 साल के डॉ सत्येंद्र सिंह नई दिल्ली स्थित यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज में फिजियोलॉजी (शरीर विज्ञान) के असोसियेट प्रोफेसर हैं। वह यह सम्मान हासिल करने वाले पहले भारतीय हैं। यह अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार पहली बार मार्च, 2013 में दिया गया था। विस्कार्डी सेंटर ने एक बयान में कहा कि अमरीकी विकलांगता अधिकार नेता और विस्कार्डी सेंटर एवं न्यूयार्क के हेनरी विस्कार्डी सेंटर के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी जॉन डी केंप ने पुरस्कार दिए।
2014 के भारतीय लोकसभा चुनाव को शारीरिक रूप से अशक्त लोगों के लिए सुगम्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सिंह ने कहा, ‘‘मैं यह पुरस्कार दुनिया भर में भेदभाव से लड़ रहे शारीरिक रूप से अशक्त हर व्यक्ति के दृढ़ संकल्प को समर्पित करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अमरीका में यह पुरस्कार हासिल करते समय अपने सीने पर भारतीय झंडे का बैज लगाते हुए बेहद गर्व महसूस हुआ।’’