Edited By Tanuja,Updated: 21 Jan, 2025 05:55 PM
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, जो 78 साल की उम्र में राष्ट्रपति बनने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं, ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए 35 वर्षों में सबसे युवा और अब तक की सबसे अमीर ...
Washington: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, जो 78 साल की उम्र में राष्ट्रपति बनने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं, ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए 35 वर्षों में सबसे युवा और अब तक की सबसे अमीर कैबिनेट का गठन किया है। उनकी टीम की औसत उम्र 54.1 वर्ष है, जो 1989 में बुश सीनियर की कैबिनेट के 51.5 वर्ष के औसत के बाद सबसे कम है। ट्रम्प की यह नई कैबिनेट न केवल सबसे युवा है, बल्कि अमेरिका की अगली पीढ़ी को नेतृत्व में शामिल करने की उनकी सोच को भी दर्शाती है। टीम में शामिल सदस्यों की संपन्नता उनके निजी अनुभव और प्रशासनिक कौशल को और मजबूत बनाएगी।
ट्रम्प 2.0 ने अपनी नई टीम के साथ न केवल अमेरिका की राजनीति में एक नई दिशा का संकेत दिया है, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत मौजूदगी का दावा भी किया है। ट्रम्प की नई कैबिनेट दौलत के मामले में इतिहास रच रही है। इसमें अरबपति और करोड़पति शामिल हैं, जिनकी कुल संपत्ति 30 लाख करोड़ रुपये के करीब आंकी गई है। यह बाइडेन प्रशासन की कैबिनेट से 2,881 गुना अधिक है, जिसकी कुल संपत्ति केवल 973 करोड़ रुपये थी।
प्रमुख आंकड़े
- - ट्रम्प टीम के 11 प्रमुख सदस्य या उनके जीवनसाथी अरबपति हैं।
- - इस कैबिनेट ने ट्रम्प के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' अभियान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का संकेत दिया है।
डोनाल्ड ट्रम्प का दूसरा कार्यकाल परिवारवाद के नाम
डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर (47): ट्रम्प जूनियर ने नई टीम के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भविष्य में उन्हें बड़ी जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं।
एरिक ट्रम्प (41): एरिक ने 'डॉलर ट्रम्प' नामक क्रिप्टो प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है और व्यवसाय प्रबंधन के साथ-साथ प्रशासनिक फैसलों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। बैरन ट्रम्प (18): बैरन ने ट्रम्प अभियान में युवाओं को जोड़ने में अहम भूमिका निभाई और फिलहाल न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे हैं।
FBI और बैंकिंग क्षेत्र में बड़े बदलाव
FBI के कार्यवाहक निदेशक पॉल अब्बाटे ने इस्तीफा दिया, और उनकी जगह भारतवंशी काश पटेल को नियुक्त किया जा सकता है।
जेपी मॉर्गन, गोल्डमैन सैक्स सहित छह बड़े बैंक जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों से जुड़े समूहों से हट गए हैं।