Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 21 Mar, 2025 12:38 PM

चीन में नवंबर महीने में एक बड़े और भयावह हमले ने देश को हिला दिया था। झुहाई शहर में फैन वेइकू नामक एक ड्राइवर ने जानबूझकर अपनी एसयूवी भीड़ के बीच घुसा दी, जिससे 35 लोगों की मौत हो गई और 43 अन्य घायल हो गए।
इंटरनेशनल डेस्क: चीन में नवंबर महीने में एक बड़े और भयावह हमले ने देश को हिला दिया था। झुहाई शहर में फैन वेइकू नामक एक ड्राइवर ने जानबूझकर अपनी एसयूवी भीड़ के बीच घुसा दी, जिससे 35 लोगों की मौत हो गई और 43 अन्य घायल हो गए। यह हमला चीन में पिछले एक दशक का सबसे खतरनाक और क्रूर हमला था। अब इस घातक हमले के दोषी ड्राइवर को फांसी की सजा दी गई है। यह हमला 2024 के नवंबर महीने में हुआ था, जब फैन वेइकू ने अपनी एसयूवी को एक व्यस्त सड़क पर जानबूझकर भीड़ के बीच घुसा दिया। उसकी इस नफरत भरी हरकत ने एक दिन में 35 लोगों की जान ले ली और 43 अन्य घायल हो गए। स्थानीय पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया। यह हमला न केवल जानलेवा था, बल्कि इसने समाज में भय और असुरक्षा की भावना भी पैदा कर दी।
अदालत ने इसे 'विशेष रूप से क्रूर' बताया
चीन की अदालत ने फैन वेइकू के कृत्य को "बेहद घिनौना" और "विशेष रूप से क्रूर" करार दिया। इस हमले के बाद चीन की न्याय प्रणाली ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे मौत की सजा सुनाई। अदालत ने इसे समाज के लिए गंभीर नुकसान पहुंचाने वाला कृत्य बताया। इस घटना ने न केवल झुहाई बल्कि पूरे चीन में शोक की लहर पैदा कर दी थी। अदालत के इस फैसले ने न्याय की एक मिसाल कायम की है, जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
फांसी पर चढ़ाया गया ड्राइवर
फैन वेइकू को हिरासत में लेने के बाद, उसकी सजा सुनाई गई थी। उसे पिछले महीने अदालत द्वारा मौत की सजा दी गई, जो उसकी नफरत और क्रूरता के कारण थी। अब, उसे फांसी पर चढ़ा दिया गया है, और यह सजा समाज में अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश है। चीन सरकार और न्यायपालिका ने यह सुनिश्चित किया है कि ऐसे अपराधों के लिए कड़ी सजा दी जाए ताकि समाज में असुरक्षा की भावना को कम किया जा सके।