Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 30 Mar, 2025 02:06 PM

म्यांमार में भूकंप के झटके लगातार लोगों को डराए हुए हैं। शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद से अब तक कई झटके महसूस किए गए हैं। रविवार को भी दो बार भूकंप आया, जिनमें से पहला 4.6 तीव्रता का और दूसरा 5.1 तीव्रता का था। ये झटके मांडले के निकट...
इंटरनेशनल डेस्क: म्यांमार में भूकंप के झटके लगातार लोगों को डराए हुए हैं। शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद से अब तक कई झटके महसूस किए गए हैं। रविवार को भी दो बार भूकंप आया, जिनमें से पहला 4.6 तीव्रता का और दूसरा 5.1 तीव्रता का था। ये झटके मांडले के निकट महसूस किए गए, जहां पहले से ही भूकंप से भारी तबाही मची हुई है। आज आए भूकंप के झटके लगते ही मांडले के निवासी घबरा गए और लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र मांडले से 13 मील दूर उत्तर-पश्चिम में धरती के 10 किलोमीटर नीचे था। शुक्रवार को आए विनाशकारी भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गई थीं और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ था।
शुक्रवार के भूकंप ने मचाई भारी तबाही
शुक्रवार को म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने 1645 लोगों की जान ले ली और 3400 से अधिक लोग लापता हो गए। कई मस्जिदें और अन्य इमारतें ध्वस्त हो गईं, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं। इस भूकंप का असर केवल म्यांमार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि बैंकॉक तक तबाही मच गई।
म्यांमार में भूकंप के पीछे का कारण?
भूवैज्ञानिकों के अनुसार, म्यांमार भूकंप-प्रवण क्षेत्र में स्थित है, जहां टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल अधिक होती है। इस वजह से वहां बार-बार भूकंप आने की संभावना बनी रहती है। हाल के दिनों में जिस तरह लगातार झटके महसूस किए जा रहे हैं, उससे लगता है कि स्थिति अभी और गंभीर हो सकती है। भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। सरकार और स्थानीय प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हुए हैं। म्यांमार सरकार ने आपातकालीन सहायता केंद्र भी स्थापित किए हैं, ताकि घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सके।
बैंकॉक तक महसूस किए गए झटके
शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप का असर न केवल म्यांमार बल्कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक महसूस किया गया। कई जगहों पर इमारतों में दरारें आ गईं और लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए।
विशेषज्ञों का मानना है कि म्यांमार में भूकंप के और झटके आ सकते हैं। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की सलाह दी है।