Edited By Anu Malhotra,Updated: 23 Oct, 2024 10:27 AM
एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक आठ महीने की बच्ची को उसके परिवार ने दफनाने की तैयारी कर ली थी, जब अचानक कुछ ऐसा हुआ कि वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। इस बच्ची की मौत की घोषणा कर दी गई थी, लेकिन अंतिम संस्कार से पहले उसे फिर से अस्पताल ले जाना पड़ा।
नेशनल डेस्क: एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक आठ महीने की बच्ची को उसके परिवार ने दफनाने की तैयारी कर ली थी, जब अचानक कुछ ऐसा हुआ कि वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। इस बच्ची की मौत की घोषणा कर दी गई थी, लेकिन अंतिम संस्कार से पहले उसे फिर से अस्पताल ले जाना पड़ा।
घटना का विवरण
ब्राजील में हुई इस घटना में बच्ची, जिसका नाम कियारा बताया जा रहा है, को डॉक्टरों ने मृत घोषित किया था। उसके माता-पिता अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, जब उन्होंने उसे नए कपड़े पहनाए। इसी दौरान, एक फार्मासिस्ट ने देखा कि बच्ची की सांसें चल रही हैं। जब एक शख्स ने उसकी उंगलियों को छुआ, तो बच्ची ने उसे मजबूती से पकड़ लिया।
तत्काल मदद की जरूरत
इस घटनाक्रम के तुरंत बाद, आपातकालीन सेवाओं को बुलाया गया। बच्ची को ताबूत से निकालकर फौरन अस्पताल ले जाया गया। जांच के दौरान, पैरामेडिक्स ने पाया कि कियारा की नब्ज चल रही थी और उसे गंभीर देखभाल की जरूरत थी। चौंकाने वाली बात यह थी कि डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित करने के 16 घंटे बाद फिर से अस्पताल लाने पर उसकी जीवित होने की पुष्टि की।
अस्पताल की जांच और माफी
बच्ची को अस्पताल वापस लाने पर उसे एक बार फिर मृत घोषित कर दिया गया। इस मामले की जांच के बाद, ब्राजील के विशेषज्ञ वैज्ञानिक पुलिस ने यह पाया कि अस्पताल ने बच्ची की मृत्यु की घोषणा उसके वास्तविक निधन से पहले कर दी थी। अस्पताल ने कियारा के माता-पिता से माफी मांगी और मामले की गहन जांच का आश्वासन दिया।
यह घटना न केवल उस परिवार के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर मुद्दा बन गई है, जो चिकित्सा प्रणाली की प्रभावशीलता और मानवीय संवेदनाओं पर सवाल उठाती है।