Edited By Tanuja,Updated: 06 Nov, 2024 05:58 PM
एक उच्च सरकारी अधिकारी बाल्टासर एबांग एंगोंगा विवादों के केंद्र में आ गए हैं। उनके कंप्यूटर से 400 से अधिक अश्लील वीडियो बरामद हुए हैं, जिनमें उन्हें विभिन्न महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाते हुए देखा गया
International Desk: एक उच्च सरकारी अधिकारी बाल्टासर एबांग एंगोंगा विवादों के केंद्र में आ गए हैं। उनके कंप्यूटर से 400 से अधिक अश्लील वीडियो बरामद हुए हैं, जिनमें उन्हें विभिन्न महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाते हुए देखा गया है। दक्षिण अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी के इस मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से कई महिलाएं उनके परिवार की सदस्य हैं, जिनमें एक महिला राष्ट्रपति के रिश्तेदार बताई जा रही है। एबांग एंगोंगा स्वयं शादीशुदा हैं और उनके छह बच्चे हैं। यह मामला तब चर्चा का विषय बना जब राष्ट्रीय वित्तीय जांच एजेंसी (एएनआईएफ) के निदेशक एबांग एंगोंगा ने अपने सरकारी कार्यालय में प्रमुख अधिकारियों की पत्नियों सहित कई महिलाओं के साथ खुलेआम यौन संबंध बनाते हुए वीडियो बनाए।
ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिससे उपराष्ट्रपति टेओडोरो न्गुएमा ओबियांग मंगुए ने तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता महसूस की। उन्होंने घोषणा की कि "मंत्रालयों के कार्यालयों में यौन संबंध बनाने वाले सभी सिविल सेवकों को तुरंत निलंबित" किया जाएगा, क्योंकि यह आचार संहिता और सार्वजनिक नैतिकता का गंभीर उल्लंघन है। इससे पहले भी सिविल सेवकों से जुड़े सेक्स टेप लीक होने के मामले सामने आए हैं, लेकिन इस बार मामले की गंभीरता और एबांग एंगोंगा के परिवारिक संबंधों के कारण यह घटना कहीं अधिक वायरल हो गई है। उपराष्ट्रपति ने हाल ही में टेलीफोन कंपनियों और दूरसंचार मंत्रालय को आदेश दिया था कि वे "इक्वेटोरियल गिनी में सोशल नेटवर्क पर अश्लील वीडियो के वितरण पर अंकुश लगाने" के लिए कदम उठाएं।
बाल्टासर एबांग एंगोंगा का उपनाम "बेलो" है और यह नाम उनके लुक्स के कारण पड़ा है। वे सेंट्रल अफ्रीकन इकोनॉमिक एंड मॉनेटरी कम्युनिटी के आयोग के अध्यक्ष बाल्टासर एंगोंगा एडजो के बेटे हैं, जो देश के लंबे समय से सेवारत राष्ट्रपति से भी जुड़े हुए हैं। सरकारी टेलीविजन स्टेशन TVGE के अनुसार, ये सेक्स टेप उस समय लीक हुए जब एबांग एंगोंगा एक सार्वजनिक धन के गबन के मामले में मालाबो की कुख्यात ब्लैक बीच जेल में हिरासत में थे। इस कांड ने केवल व्यक्तिगत संबंधों को प्रभावित नहीं किया है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर नैतिकता और सरकारी आचार संहिता पर भी गंभीर सवाल भी उठाए हैं। यह मामला इक्वेटोरियल गिनी में सामाजिक और राजनीतिक नैतिकता पर विचार करने की आवश्यकता को उजागर करता है, जबकि जनता और सरकारी अधिकारी दोनों की प्रतिक्रिया इस पूरे घटनाक्रम पर ध्यान केंद्रित कर रही है।