Edited By Pardeep,Updated: 05 Jan, 2025 05:51 AM
चीन से एक बार फिर वैसी ही चिंताजनक खबरें आ रही हैं जैसी 2019 में कोरोना वायरस के उद्भव के समय आई थीं। इस बार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) ने वहां हलचल मचाई हुई है। इस वायरस ने न केवल चीन के विभिन्न हिस्सों में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंता बढ़ा...
इंटरनेशनल डेस्कः चीन से एक बार फिर वैसी ही चिंताजनक खबरें आ रही हैं जैसी 2019 में कोरोना वायरस के उद्भव के समय आई थीं। इस बार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) ने वहां हलचल मचाई हुई है। इस वायरस ने न केवल चीन के विभिन्न हिस्सों में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंता बढ़ा दी है। अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं, श्मशानों को अलर्ट पर रखा गया है, और कई क्षेत्रों में आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी गई है।
चीन में HMPV वायरस का असर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, HMPV एक आरएनए वायरस है, जो कोरोना वायरस की तरह ही हवा के माध्यम से फैलता है। यह खांसी, छींक, और संक्रमित सतहों के संपर्क से फैलने में सक्षम है। वर्तमान में यह वायरस बीजिंग, तियानजिन, शंघाई, झेजियांग, हेबेई और ग्वांगझू जैसे बड़े शहरों में फैल चुका है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में अस्पतालों में बेड की कमी दिख रही है। कई अस्पतालों में कॉरिडोर में भी बेड लगाए गए हैं। इन वीडियो और तस्वीरों की सत्यता पर सवाल उठ सकते हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि चीन के डिजीज कंट्रोल अथॉरिटी को इस वायरस ने कठिन स्थिति में डाल दिया है।
HMPV वायरस और कोरोना की समानताएं
HMPV की विशेषता यह है कि इसके लक्षण कोरोना वायरस से मिलते-जुलते हैं:
- प्रारंभिक लक्षण: सर्दी, खांसी, और बुखार।
- फैलने का तरीका: हवा, खांसी, छींक और संक्रमित सतहों के संपर्क से।
- प्रभावित समूह: छोटे बच्चे (2 वर्ष से कम) और बुजुर्ग (65 वर्ष से अधिक)।
यह वायरस उन लोगों के लिए बेहद खतरनाक है जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है। यही वजह है कि इसे कोरोना वायरस से भी खतरनाक माना जा रहा है।
चीन की चुप्पी और वैश्विक चिंता
2019 की तरह, चीन ने इस बार भी वायरस को कमतर आंकते हुए इसे सिर्फ "निमोनिया" बताया है। हालांकि, इस बार चीनी अधिकारियों ने निगरानी के लिए एक पायलट मॉनिटरिंग सिस्टम बनाया है। फिर भी, विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन की यह चुप्पी और पारदर्शिता की कमी दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।
नोरोवायरस का खतरा भी बढ़ा
चीन में HMPV के साथ-साथ नोरोवायरस का संक्रमण भी सामने आया है। युन्नान प्रांत के लिनकांग शहर के एक प्राथमिक विद्यालय के 121 छात्र पेट दर्द, उल्टी और मतली की शिकायत के बाद अस्पताल पहुंचे। नोरोवायरस से संक्रमित इन छात्रों का इलाज चल रहा है और अब वे ठीक हो चुके हैं।
भारत में सतर्कता
चीन में बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत में भी सतर्कता बरती जा रही है। विशेषज्ञों ने इस वायरस के संभावित प्रसार को रोकने के लिए एडवाइजरी जारी की है। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों और चिकित्सकों को सतर्क रहने को कहा है।