Edited By Yaspal,Updated: 18 Oct, 2024 05:43 AM
भारत और कनाडा के बीच चल रहे तनाव के बीच ट्रूडो सरकार के चार मंत्रियों ने चुनाव न लड़ने की घोषणा कर दी है। इन चारों मंत्रियों की घोषणा के बाद जस्टिन ट्रूडो जल्द ही मंत्रिमंडल में फेरबदल करेंगे और नए मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा
इंटरनेशनल डेस्कः भारत और कनाडा के बीच चल रहे तनाव के बीच ट्रूडो सरकार के चार मंत्रियों ने चुनाव न लड़ने की घोषणा कर दी है। इन चारों मंत्रियों की घोषणा के बाद जस्टिन ट्रूडो जल्द ही मंत्रिमंडल में फेरबदल करेंगे और नए मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। जिन मंत्रियों ने इस्तीफे की पेशकश की है। उनमें फिलोमिना टासी, मेरी क्लाउड, डेन वेंडल और करला क्वाल्ट्रो शामिल हैं। दरअसल, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लोकप्रियता कनाडा में अब तक के निचले स्तर पर पहुंच गई है। एंगस रीड इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए सर्वे के मुताबिक पिछले साल सितंबर में, कनाडा की 39 प्रतिशत जनता उन्हें नकार रही थी। जबकि, अब ये आंकड़ा बढ़कर 65 प्रतिशत हो गया है। पिछले साल तक कनाडा में ट्रूडो की लोकप्रियता 51 प्रतिशत थी जो अब गिरकर 30 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
जस्टिन ट्रूडो अपनी ही पार्टी लिबरल में ही चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और पार्टी के ही कई नेता उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाने के पक्ष में हैं। लेकिन जस्टिन ट्रूडो को लग रहा है कि वह लिबरल पार्टी के अकेले नेता हैं, जो अगले चुनाव में पार्टी को बहुमत के आंकड़े तक लेकर जा सकते हैं। इस बीच सीबीसी के पोल ट्रैकर ने भी ट्रूडो की लिबरल पार्टी मुख्य विपक्षी पार्टी कंजरवेटिक के मुकाबले 20 प्रतिशत प्वाइंट से पिछड़ती हुई नजर आ रही है।
दरअसल, अपनी घरेलू नाकामी से ध्यान हटाने के लिए ही जस्टिन ट्रडो राष्ट्रवाद और संप्रभुता का मुद्दा उठा रहे हैं और इसी कड़ी में उन्होंने कनाडा में विदेशी दखल के मुद्दे को हवा दी है। भारत पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाने के अलावा ट्रूडो ने कनाडा में विपक्ष के नेता पोलीवर पियरे की पार्टी के सांसदों पर भी विदेशी दखल के मामले में शामिल होने का आरोप लगाया है। हालांकि, पियरे ने पलटवार करते हुए ट्रूडो से उन सांसदों की सूची मांगी है। जिन पर विदेशी ताकतों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया गया है।