Edited By Tanuja,Updated: 03 Oct, 2024 12:20 PM
इजरायल पर ईरान के हमले की बड़ी सफलता के दावों की तब पोल खुल गई जब पता चला कि इस बड़े हमले के बावजूद एकमात्र शख्स की
International Desk: इजरायल पर ईरान के हमले की बड़ी सफलता के दावों की तब पोल खुल गई जब पता चला कि इस बड़े हमले के बावजूद एकमात्र शख्स की मौत हुई है, और वह इजरायली नहीं बल्कि एक फिलिस्तीनी नागरिक था। ईरान ने इजराइल पर 180 से ज्यादा मिसाइलें दागीं, जिससे पूरे मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच गया। यह घटना तब घटी जब फिलिस्तीनी मजदूर समेह अल-असाली पश्चिमी तट के नुइमा गांव में सड़क पर टहल रहा था।
मिसाइल का एक टुकड़ा उसके ऊपर गिरा, जिससे उसकी मौत हो गई। अल-असाली गाजा पट्टी के जबालिया के रहने वाला था और इजरायल में काम करने के लिए वर्क परमिट प्राप्त था। इस हमले में चार अन्य फिलिस्तीनी भी घायल हो गए। ईरान ने इस हमले को अपनी बड़ी सफलता के रूप में पेश किया, लेकिन हकीकत यह है कि इजरायल का मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने ज्यादातर मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर दिया, जिससे इजरायल को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
इजरायली राजदूत रेवेन अजार ने बताया कि ईरान ने 181 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं, जिनमें 700 से 1,000 किलोग्राम तक विस्फोटक था, जो बड़ा नुकसान कर सकता था। इस हमले के बाद इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है। G7 देशों ने एक आपातकालीन बैठक आयोजित की ताकि इस तनाव को कम किया जा सके। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वे इजरायल का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन अगर इजरायल ने ईरान की परमाणु साइट्स पर हमला किया, तो अमेरिका इसमें साथ नहीं देगा।