Edited By Tanuja,Updated: 02 Dec, 2024 07:13 PM
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज सोमवार को अपनी आधिकारिक यात्रा पर यूक्रेन पहुंचे। कुछ सप्ताह पहले ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन...
International Desk: जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज सोमवार को अपनी आधिकारिक यात्रा पर यूक्रेन पहुंचे। कुछ सप्ताह पहले ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन पर बातचीत करने के लिए उनकी (शोल्ज की) आलोचना की थी। शोल्ज की यूक्रेन यात्रा ऐसे समय में हुयी है जब इस बात को लेकर व्यापक अटकलें लगाई जा रही हैं कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नया प्रशासन यूक्रेन के लिए क्या मायने रखेगा, क्योंकि रिपब्लिकन नेता ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद इस संघर्ष को समाप्त कराने का वादा किया है।
इस बीच, जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा था कि यूक्रेन को नाटो की सदस्यता की पेशकश इस युद्ध की भयावहता को कम कर सकती है । शोल्ज की यात्रा, फरवरी में जर्मनी में होने वाले संभावित चुनाव से पहले हो रही है। चुनावी अभियान शुरू होने के साथ ही शोल्ज ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता के रूप में जर्मनी की स्थिति की ओर इशारा किया है। साथ ही युद्ध को बढ़ने से रोकने के लिए अपनी ओर से प्रयास करने और लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल ‘टॉरस' देने से इनकार करने पर भी प्रकाश डाला है।
शोल्ज ने कहा कि, जेलेंस्की के साथ अपनी बैठक में वह इस महीने अतिरिक्त सैन्य आपूर्ति की घोषणा करेंगे, जो बढ़ कर 65 करोड़ यूरो का हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जर्मनी, यूरोप में यूक्रेन का सबसे मजबूत समर्थक बना रहेगा।'' नवंबर में जेलेंस्की ने पुतिन से बात करने के लिए शोल्ज की आलोचना की थी, जो लगभग दो वर्षों में एक प्रमुख पश्चिमी शक्ति के मौजूदा नेता के साथ पहली बातचीत थी।