Edited By Parveen Kumar,Updated: 21 Mar, 2025 09:49 PM

जर्मनी ने जनवरी में अपने उत्तरी तट पर बहते एक पुराने टैंकर को जब्त कर लिया, जिसे रूस द्वारा तेल प्रतिबंधों को दरकिनार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 'छाया बेड़े' का हिस्सा माना जा रहा है।
नेशनल डेस्क : जर्मनी ने जनवरी में अपने उत्तरी तट पर बहते एक पुराने टैंकर को जब्त कर लिया, जिसे रूस द्वारा तेल प्रतिबंधों को दरकिनार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 'छाया बेड़े' का हिस्सा माना जा रहा है।
कैसे पकड़ा गया टैंकर?
पनामा के झंडे वाला यह जहाज, जिसका नाम इवेंटिन है, जर्मन समुद्री अधिकारियों को बाल्टिक सागर के रुगेन द्वीप के पास मिला। इसे जब्त करने के बाद बर्लिन ने रूस की कड़ी आलोचना की। टैंकर रूस से मिस्र जा रहा था।
टैंकर और तेल की जब्ती
स्पीगेल पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक, टैंकर को जब्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि जहाज और उसके लगभग 100,000 मीट्रिक टन तेल, जिसकी कीमत करीब 40 मिलियन यूरो (लगभग 43.33 मिलियन डॉलर) है, अब जर्मनी की संपत्ति बन चुका है।
जर्मनी की प्रतिक्रिया
जर्मनी के वित्त मंत्रालय ने मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि "सीमा शुल्क उपाय जारी हैं।" वहीं, स्थानीय सीमा शुल्क अधिकारियों ने बताया कि अभी तक यह कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं है।
रूस की प्रतिक्रिया
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि रूस को इस जहाज के बारे में कोई जानकारी नहीं है, न ही इसके मालिक या इसे जब्त करने के कारणों के बारे में।
यूरोपीय संघ के प्रतिबंध और 'छाया बेड़ा'
इवेंटिन को यूरोपीय संघ के 16वें प्रतिबंध पैकेज में शामिल किया गया था, जो रूस के छाया बेड़े पर दबाव बढ़ाने के लिए लागू किया गया था। रूस प्रतिबंधों की अवहेलना कर इन जहाजों का उपयोग तेल, हथियार और अनाज ले जाने के लिए करता है, जिससे वह यूक्रेन युद्ध के लिए वित्तीय सहायता जुटाता है। जर्मनी अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर इस खामी को बंद करने के लिए काम कर रहा है, ताकि रूस को यूक्रेन युद्ध के लिए धन जुटाने से रोका जा सके।