Edited By Tanuja,Updated: 16 Mar, 2025 04:11 PM

रक्तदान को आमतौर पर दूसरों की जान बचाने का माध्यम माना जाता है, लेकिन क्या यह रक्तदाताओं के लिए भी फायदेमंद हो सकता है? लंदन स्थित फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट के नए शोध ...
London: रक्तदान को आमतौर पर दूसरों की जान बचाने का माध्यम माना जाता है, लेकिन क्या यह रक्तदाताओं के लिए भी फायदेमंद हो सकता है? लंदन स्थित फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट के नए शोध में पाया गया कि नियमित रक्तदान करने से शरीर में सूक्ष्म आनुवंशिक परिवर्तन हो सकते हैं, जिससे रक्त कैंसर का खतरा कम हो सकता है। उम्र बढ़ने के साथ, रक्त बनाने वाली स्टेम कोशिकाओं में कुछ प्राकृतिक परिवर्तन होते हैं, जिसे ‘क्लोनल हेमेटोपोइसिस’ कहा जाता है। कुछ परिवर्तन ल्यूकेमिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकते हैं। लेकिन शोध के अनुसार, लंबे समय तक नियमित रक्तदान करने वालों के आनुवंशिक परिवर्तन कैंसर से जुड़े नहीं होते, जिससे यह संभावित रूप से लाभकारी साबित हो सकता है।
शोध में 60-70 वर्ष के दो समूहों की तुलना की गई:
1. पहला समूह – जिसने 40 वर्षों तक साल में तीन बार रक्तदान किया।
2. दूसरा समूह – जिसने कुल 5 बार ही रक्तदान किया।
कैसे होता है रक्तदान से फायदा?
दोनों समूहों में आनुवंशिक परिवर्तन समान थे, लेकिन बार-बार रक्तदान करने वालों में कुछ बदलाव ऐसे थे जो ल्यूकेमिया से जुड़े उत्परिवर्तनों से अलग थे। चूहों पर किए गए प्रयोगों से यह भी पता चला कि नियमित दानकर्ताओं की स्टेम कोशिकाएं लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में अधिक कुशल होती हैं। नियमित रक्तदान से न केवल कैंसर का जोखिम कम हो सकता है, बल्कि यह हृदय स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। रक्त की चिपचिपाहट कम होती है जिससे रक्त प्रवाह बेहतर होता है और हृदय रोग, उच्च रक्तचाप व स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है।
कुछ शोध बताते हैं कि रक्तदान से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार हो सकता है जिससे टाइप-2 मधुमेह का खतरा कम हो सकता है। हर रक्तदान से पहले रक्तचाप, हीमोग्लोबिन और नाड़ी की जांच की जाती है। कुछ मामलों में संक्रामक रोगों की जांच भी होती है, जिससे व्यक्ति को अपनी सेहत के बारे में शुरुआती जानकारी मिल सकती है। हालांकि यह किसी पूर्ण चिकित्सा जांच का विकल्प नहीं है, लेकिन यह एक अतिरिक्त लाभ जरूर है। यह सवाल उठता है कि क्या रक्तदान के कारण ही ये लाभ होते हैं, या सिर्फ वे लोग ही रक्तदान कर पाते हैं जो पहले से ही स्वस्थ होते हैं? चूंकि रक्तदान के लिए पात्रता मानदंड सख्त होते हैं, इसलिए केवल स्वस्थ व्यक्ति ही नियमित रक्तदान कर सकते हैं।