Edited By Tanuja,Updated: 04 Jun, 2024 05:54 PM
पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम में पोलियो कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए तैनात एक पुलिस अधिकारी की बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में टीकाकरण अभियान के लिए...
पेशावर: पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम में पोलियो कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए तैनात एक पुलिस अधिकारी की बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में टीकाकरण अभियान के लिए सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात कम से कम 11 पुलिसकर्मियों की इस साल मौत हो चुकी है। पुलिस अधिकारी साजिद खान ने बताया कि बंदूकधारियों ने लक्की मरवत जिले के वारगारी इलाके में काम कर रही एक टीम पर गोलीबारी की। हमलावरों में से एक की मौत हो गई, जबकि बाकी हमलावर भाग गए। अभी तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
पाकिस्तान में पोलियो विरोधी अभियान अक्सर हिंसा से प्रभावित होते हैं। आतंकवादी टीकाकरण टीमों और उनकी सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस को निशाना बनाते हैं और झूठा दावा करते हैं कि अभियान बच्चों को नसबंदी करने की पश्चिमी साजिश है। खैबर पख्तूनख्वा के 9 सबसे ज्यादा जोखिम वाले जिलों में सोमवार को पांच दिवसीय पोलियो विरोधी अभियान शुरू किया गया। हेल्थ वर्कर्स को पांच साल से कम उम्र वाले लगभग 3.28 मिलियन बच्चों को टीका लगाने का काम दिया गया। पोलियो बूथ और हेल्थ वर्कर्स की सुरक्षा में 26 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
पाकिस्तान में पोलियो बूथ नियमित रूप से आतंकवादियों का निशाना बने हुए हैं और अक्सर बूथ पर हिंसा की ख़बरें आती रहती हैं। आतंकवादी टीकाकरण टीम और उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को निशाना बनाते रहते हैं। आतंकवादी यह झूठा दावा करते हैं कि पोलियो अभियान बच्चों की नसबंदी करने के लिए एक पश्चिमी साजिश है। पाकिस्तान सरकार ने पोलियो के बहुत सारे मामले सामने आने के बाद पोलियो टीका लगाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया था। पाकिस्तान में पोलियो टीम पर हमलों के कारण पिछली सरकारों को कई बार पोलियो टीकाकरण अभियान को बीच में ही रोकना पड़ा है।