Edited By Tanuja,Updated: 26 Feb, 2025 04:44 PM

7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें 1200 से अधिक इजरायली मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था...
International Desk: 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें 1200 से अधिक इजरायली मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था। इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर बड़े पैमाने पर हमला किया, जिसमें अब तक 46,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और भारी तबाही हुई है। अब हमास के विदेश मामलों के प्रमुख मूसा अबू मारजूक ने स्वीकार किया है कि यह हमला एक "ब्लंडर" था। उन्होंने कतर में कहा कि अगर हमास को पता होता कि इसके ऐसे विनाशकारी परिणाम होंगे, तो वह ऐसा कदम नहीं उठाता।
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संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा में 70% इमारतें नष्ट हो चुकी हैं, और 20 लाख से अधिक फिलिस्तीनियों को विस्थापित होना पड़ा है। शहर में बुनियादी सुविधाएं ध्वस्त हो गई हैं, जिससे मानवीय संकट गहरा गया है। 19 जनवरी से इजरायल और हमास के बीच सीजफायर लागू है, जिसके तहत दोनों पक्ष बंधकों और कैदियों की अदला-बदली कर रहे हैं। हालांकि, 22 फरवरी को इजरायल ने फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई रोक दी, यह आरोप लगाते हुए कि गाजा में छोड़े गए बंधकों के साथ 'अपमानजनक व्यवहार' किया गया।
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सीजफायर और बंधकों की रिहाई के इस समझौते में कतर, मिस्र और अमेरिका मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं। इससे पहले नवंबर 2023 में भी एक संक्षिप्त सीजफायर हुआ था, लेकिन वह केवल छह दिन ही चल सका था। हमास का यह कबूलनामा इस युद्ध में हुए विनाश और मानवीय त्रासदी के प्रति उसकी स्वीकारोक्ति को दर्शाता है। हालांकि, इस बयान का इजरायल और अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखना बाकी है।